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India को​ ‘हिंदू राष्ट्र’ घोषित करने की अपील को लेकर साधु-संतों ने शुरू की पदयात्रा

छत्तीसगढ़ में सामाजिक समरसता का संदेश देने और भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ घोषित करने की अपील को लेकर साधु-संतों ने शनिवार को पदयात्रा की शुरुआत की।
अखिल भारतीय संत समिति की छत्तीसगढ़ इकाई के तत्वावधान में हो रही राज्यव्यापी पदयात्रा को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का समर्थन प्राप्त है।
विश्व हिंदू परिषद के एक पदाधिकारी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर दंतेवाड़ा समेत चार स्थानों से शुरू हुई ‘हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा’ 19 मार्च को राजधानी रायपुर में संतों की एक विशाल सभा के साथ संपन्न होगी।

दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी मंदिर में पदयात्रा की शुरुआत के मौके पर संवाददाताओं से बात करते हुए विहिप की छत्तीसगढ़ इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि पदयात्रा का उद्देश्य सामाजिक सद्भावना फैलाना और हिंदू धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
वर्मा ने बताया कि इसके अलावा यात्रा के दौरान साधु-संत लोगों से भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने में योगदान देने की अपील भी करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत को विभाजन (1947 में) के बाद एक हिंदू राष्ट्र के रूप में घोषित किया जाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से इसे एक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में मान्यता दी गई थी। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसकी पहचान हिंदुओं के देश के रूप में है। संत चाहते हैं कि सभी हिंदू योगदान दें और देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपील करें।’’
वर्मा ने कहा कि पदयात्रा के दौरान ‘‘धर्मांतरण, लव जिहाद, गौहत्या’’ और इस तरह की अन्य गतिविधियों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यात्रा 19 मार्च को रायपुर में समाप्त होने से पहले लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
इस बीच, पदयात्रा को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है इसलिए वह धर्म की राजनीति का सहारा ले रही है।
बघेल ने कहा, ‘‘भाजपा के सारे हथियार छत्तीसगढ़ में निष्प्रभावी हो गए हैं। उनका आखिरी हथियार धर्म को लेकर है। मैं विश्व हिंदू परिषद के साथियों से कहना चाहूंगा कि यदि आप हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं तो आपकी केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है, वहां जाकर धरना दीजिए।

वहां हमारे प्रधानमंत्री हैं, आपके तो नेता हैं, वहां जाकर कीजिए। यहां नौटंकी करने की क्या जरूरत है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जहां तक साधु संतों की बात है, हम उनका पूरा सम्मान करते हैं। हमने राम वन गमन पथ बनाया। कृष्ण कुंज भी बना रहे हैं। गोधन न्याय योजना संचालित कर रहे हैं। साधु संतों से कहूंगा कि भगवान राम छत्तीसगढ़ में जहां यात्रा किए हैं उसी की यात्रा कर लें, तो नई परंपरा की शुरुआत हो जाएगी। यदि उस रास्ते पर चलते हैं तो पूरी व्यवस्था हम कर देंगे।

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