पहलवान साक्षी मलिक ने शनिवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ अपने विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि वह और बजरंग पुनिया और विनेश फोगट सहित अन्य दो विरोध करने वाले पहलवान अपने मुद्दों को हल करने के बाद ही एशियाई खेलों में भाग लेंगे। पत्रकारों से बात करते हुए मलिक ने हिंदी में कहा, “हम एशियाई खेलों में तभी भाग लेंगे जब इन सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन क्या कर रहे हैं।”
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डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ मामले में चार्जशीट का जिक्र करते हुए पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर 15 जून तक कार्रवाई नहीं की गई तो पहलवान बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से कहा है कि अगर 15 जून तक कार्रवाई नहीं की गई तो हम विरोध का बड़ा आह्वान करेंगे और फैसला लेंगे। बुधवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ पहलवानों की बैठक के दौरान ठाकुर ने कहा कि पुलिस बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में 15 जून तक चार्जशीट दायर करेगी। उन्होंने पहलवानों से यह भी कहा कि डब्ल्यूएफआई के चुनाव 30 जून तक होंगे।
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पहलवान साक्षी मलिक ने बुधवार को कहा था कि केंद्र ने जांच पूरी करने के लिए 15 जून तक का समय मांगा है, लेकिन पहलवानों का विरोध अभी खत्म नहीं हुआ है। मलिक का यह बयान उनके और उनके साथी पहलवानों के केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के बाद आया है। उन्होंने कहा कि हमें 15 जून तक पुलिस द्वारा अपनी जांच पूरी करने तक अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित करने के लिए कहा गया है। पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि हमने कुछ मुद्दों पर चर्चा की। पुलिस जांच 15 जून तक पूरी की जानी चाहिए और मंत्री ने हमसे तब तक विरोध प्रदर्शन नहीं करने का अनुरोध किया है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला पहलवानों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा। हम मैंने अनुरोध किया है कि पहलवानों के खिलाफ सभी प्राथमिकी वापस ली जानी चाहिए और वह इसके लिए सहमत हो गए हैं।