भाजपा की एक केंद्रीय टीम, जिसे अशांत संदेशखाली ब्लॉक का दौरा करने से रोक दिया गया था, ने शुक्रवार शाम को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की और कहा कि पार्टी वहां जाने की अनुमति मांगने के लिए अदालत का रुख करेगी। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भाजपा टीम को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्यपाल भी दुखी हैं… हम सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे कि हमें संदेशखाली जाने की इजाजत दी जाए और हम वहां जरूर जाएंगे।
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भाजपा नेता ने कहा कि हम दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे…पुलिस टीएमसी कार्यकर्ता बन गई है। अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हमने राज्यपाल को सारी जानकारी दे दी है और वह भी इस घटना से दुखी हैं. हम कोर्ट से अनुमति लेंगे और संदेशखाली जाएंगे। बीजेपी सांसद और बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की सदस्य सुनीता दुग्गल ने कहा कि हम कोर्ट से इजाजत लेंगे और वहां (संदेशखाली) जरूर जाएंगे।’ हम अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे और फिर इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी नड्डा) को सौंपेंगे। बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि यह जो अन्याय हुआ है, हमारे केंद्रीय मंत्रियों के साथ आज धक्का-मुक्की की गई और मीडिया को वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई। हमने इस सब के बारे में (राज्यपाल) से शिकायत की है।
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भाजपा सांसदों के एक केंद्रीय दल को शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखालि का दौरा करने से रोक दिया गया, जहां ग्रामीणों पर टीएमसी नेताओं के कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लागू की गई निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भाजपा सांसदों के केंद्रीय दल को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी। संदेशखालि प्रखंड के रास्ते में रामपुर गांव में रोके जाने के बाद भाजपा का छह सदस्यीय दल धरने पर बैठ गया। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री भौमिक ने आरोप लगाया कि पुलिस दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। अन्नापूर्णा देवी ने कहा, पुलिस हमें रोकने में बहुत फुर्ती दिखाई।