Breaking News
-
भारत की टी20 विश्व कप 2024 की जीत के लिए पूरे देश में जश्न मनाया…
-
हमास के एक वरिष्ठ सूत्र ने शनिवार को रॉयटर्स को बताया कि गाजा में नौ…
-
चीन के शेडोंग प्रांत के डोंगमिंग काउंटी में एक खतरनाक बवंडर ने कहर बरपाया, जिसमें…
-
भारत में बारिश का मौसम सचमुच जादुई है! यह साल का वह समय है जब…
-
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 2025 संस्करण में हिस्सा लेने के…
-
भारत के शीर्ष स्टीपलचेस एथलीट अविनाश साबले और भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना रविवार को…
-
आज के दौर में लोग सेहत का बिलकुल ध्यान नहीं रखते। खराब जीवनशैली और गलत…
-
शुभमन गिल की कप्तानी भारत की युवा क्रिकेट टीम जिम्बाब्वे के दौरे पर है। जहां…
-
नयी दिल्ली। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज जीतू राय ने युवा निशानेबाजों को…
-
भारत और पाकिस्तान मैच को लेकर फैंस की दीवानगी हर तरफ देखने को मिलती है।…
मध्य प्रदेश की धार लोकसभा सीट से लोकसभा में पहुँचीं सावित्री ठाकुर को एनडीए की नई कैबिनेट में जगह दी गई है। सरकार में वे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बतौर राज्यमंत्री संभालेंगी। धार लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाली आदिवासी नेत्री अब सदन और केंद्रीय मंत्रिमंडल में में एमपी के मालवा और निमाड़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगी। उन्होंने पंचायत चुनाव से लेकर पार्लियामेंट तक का सफर तय किया है। 2004 से 2009 तक जिला पंचायत रह चुकी हैं। 2014 में पहली बार सांसद बनीं और अब 2024 में एक बार फिर से बीजेपी सांसद बनी हैं।
सावित्री ठाकुर के पति का नाम तुकाराम ठाकुर है। तुकाराम ठाकुर पेशे से किसान हैं। वहीं सावित्री ठाकुर के पिता और तुकाराम ठाकुर के ससुर राज्य वन विभाग के एक रिटायर हो चुके कर्मचारी हैं। सावित्री ठाकुर के परिवार में उनसे पहले किसी ने राजनीति की दुनिया में कदम नहीं रखा। हालांकि, उनका परिवार लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारों से प्रेरित होकर काम करता रहा है। सावित्री ठाकुर का जन्म 1 जून 1978 को हुआ है। पढ़ाई लिखाई की बात करें तो सावित्री ने कक्षा 12वीं पास की है। अब वे राजनीति में आकर समाज सेवा कर रही हैं। अगर अपने दम पर समाज और राजनीति में पहचान बनाने की बात की जाए तो ऐसे नेताओं में सबसे पहले सावित्री ठाकुर का नाम आएगा, जिन्होंने जमीनी स्तर पर राजनीति करते हुए लोगों के दिल में अपनी जगह बना ली है।
सावित्री ठाकुर 2004 से 2009 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। इसके अलावा, उद्योग पर बनी संसदीय समिति में भी वह सदस्य रही हैं। राजनीति में आने के पहले भी वे सक्रिय रही हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर वह लोगों के हित में लगातार काम करती आई हैं। आलम यह है कि आज पूरा धार उन्हें उनके नाम से पहचानता है। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात से दिल्ली आए, तो उस चुनाव में सावित्री ठाकुर ने बीजेपी की टिकट पर धार लोकसभा सीट से सांसदी का चुनाव लडी और तात्कालिक नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार को हराकर इतिहास रच दिया। सावित्री ठाकुर पहली बार सांसद भी चुनी गई थीं। सावित्री ठाकुर पर पार्टी ने दूसरी बार विश्वास जताते हुए उन्हें 2024 में फिर एक बार लोकसभा का टिकट दिया और उसमें सावित्री ठाकुर पार्टी के विश्वास पर खड़ी उतरी।
मोदी सरकार 3.0 में कैबिनेट मंत्री बनाई गईं सावित्री ठाकुर ने इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल करते हुए 2 लाख से अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को पराजित कर निर्वाचित हुई हैं। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट में शामिल की गई धार लोकसभा सीट से सांसद सावित्री ठाकुर का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा। स्वयं सेवी संस्था से जुड़ी रहीं सावित्री ठाकुर ने आरएसएस से जुड़कर 1996 से 2003 तक धार, खरगोन व इंदौर जिले में आदिवासी गरीब पिछड़े अशिक्षित महिलाओं को उत्थान हेतु भी उल्लेखनीय कार्य किया।