जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में दो ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) की हत्या को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। हम आपको बता दें कि दोनों के शव शुक्रवार को बरामद कर लिये गये थे और आज उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। आतंकवादियों ने दोनों ग्राम रक्षा गार्ड का किश्तवाड़ जिले में अपहरण करने के बाद बृहस्पतिवार को हत्या कर दी थी। उनके शव केशवन के पोंडगवारी इलाके में एक नाले के पास मिले थे। आज रामबन-डोडा रेंज के डीआईजी श्रीधर पाटिल ने दोनों ग्राम रक्षा गार्ड के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढाढस बंधाया। वहीं किश्तवाड़ की भाजपा विधायक शगुन परिहार भी पीड़ित परिवारों से मिलने पहुँचीं और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने दोनों ग्राम रक्षा गार्ड के परिजनों से तो मुलाकात की ही साथ ही उन्होंने गांव के अन्य वीडीजी से भी मुलाकात की और कहा कि यह कुर्बानी व्यर्थ नहीं जायेगी।
हम आपको बता दें कि इस वर्ष किश्तवाड़ सहित जम्मू क्षेत्र के अन्य जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है। किश्तवाड़ की घटना को लेकर जनता में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। कई ग्राम रक्षा गार्डों ने इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया है।
इसे भी पढ़ें: आतंकवादी बनना चाहता था नेशनल कॉन्फ्रेंस का ये विधायक, एक ईमानदार अफसर के सुलूक ने दी जिंदगी को नई दिशा, विधानसभा में सुनाई अपनी कहानी
उधर, नजीर अहमद और कुलदीप सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कुलदीप सिंह का परिवार तो गहरे सदमे में है क्योंकि उनके पिता अमर चंद की मृत्यु हो जाने के हफ्ते भर बाद ही कुलदीप की हत्या कर दी गई। वहीं नजीर अहमद के परिजनों का भी कहना है कि हत्या की घटना में शामिल आतंकवादियों को तत्काल मार गिराना चाहिए।
इस बीच, खबर है कि थलसेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ के कमांडर ने दो ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए जारी अभियानों की समीक्षा करने के लिहाज से शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा मारे गए वीडीजी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के शव व्यापक तलाश अभियान के दौरान एक नाले के पास पाए गए। जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ के जरिए जानकारी दी कि जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने शुक्रवार को क्षेत्र का दौरा किया और अभियान की समीक्षा की। इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के मकसद से किश्तवाड़ में एक व्यापक घेराबंदी और तलाश अभियान जारी है।