महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को आई उथल पुथल के बाद अब एनसीपी के नेता शरद पवार का भी बयान सामने आ गया है। अजित पवार के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद शरद पवार ने पहली बार सामने आकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब एनसीपी के नेताओं की बैठक बुलाई गई है।
शरद पवार ने कहा कि मुझसे कई एनसीपी के विधायक संपर्क में है और बात कर रहे है। मैंने एनसीपी के नेताओं की बैठक भी बुलाई है। कुछ विधायकों के हस्ताक्षर लिए गए लेकिन उनकी स्थिति अलग है। मैंने उनसे बात की है। अब भी असली एनसीपी में कई विधायक और नेता हैं, जिससे डरने की जरुरत नहीं है।
पहले भी हुई है बगावत
अजित पवार ने कहा कि ये पहला मौका नहीं है जब पार्टी में इस तरह की बगावत देखने को मिल रही है। पहले भी ऐसे ही बगावती तेवर कई नेताओं ने दिखाई हैं, मगर उनका कोई हश्र नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं और बागियों का सच कुछ ही दिनों में सामने आएगा। हम छोटे मोटे विवाद में नहीं पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बगावत होना पार्टी के लिए नई बात नहीं है। वर्ष 1980 में 58 विधायकों के साथ मैंने पार्टी का नेतृत्व किया था, मगर तब 52 विधायक पार्टी का साथ छोड़कर चले गए थे और मैं सिर्फ छह विधायकों के साथ था। मगर हमने फिर से संख्या बल मजबूत कर लिया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए।
उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने एनसीपी का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि एनसीपी एक ऐसी पार्टी है जो खत्म हो चुकी है। उन्होंने सिंचाई की शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया था। मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने शपथ ली है। वहीं प्रधानमंत्री जिन पर दो दिन पहले आरोप लगा रहे थे वो उनकी पार्टी के साथ जुड़ने से सभी आरोपों से मुक्त हो जाएंगे।
शरद पवार ने कहा कि मेरे कुछ साथियों ने अलग रास्ता अपनाया है। छह जुलाई को मैंने पार्टी के सभी नेताओं के साथ बैठक बुलाई थी, जिसमें कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा करनी थी। इस बैठक के बाद पार्टी में कुछ अहम बदलाव किए जाने थे मगर अब उस बैठक से पहले ही पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग रास्ता अपनाया है।
विपक्षी नेताओं ने किए फोन
उन्होंने कहा कि मुझे बहुत से लोगों से फोन आ रहे हैं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है। आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है। कल, मैं वाईबी चव्हाण महाराष्ट्र के पूर्व सीएम का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा।