महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को यहां कहा कि केंद्र और राज्य में समान विचारधारा की सरकारें हैं, जिससे राज्य के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने संबंधी विपक्षी दलों के रुख की आलोचना करते हुए शिंदे ने दावा किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके द्वारा किये जा रहे कामकाज का श्रेय नहीं देने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
शिंदे ने औरंगाबाद के कन्नड क्षेत्र में एक ‘शासन आपल्या दारी’ कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं के तहत 1.49 लाख लाभार्थियों को धनराशि वितरित की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य और केंद्र दोनों में एक ही विचारधारा की सरकारें हैं। इसलिए महाराष्ट्र के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। केंद्र ने शहरी विकास, सड़कों और रेलवे के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। केंद्र ने बिना एक रुपये की कटौती के मूलभूत सुविधाएं स्वीकृत की हैं।’’
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी भी मराठवाड़ा जल ग्रिड योजना को मंजूरी देंगे।
शिंदे ने कहा, ‘‘हमने समृद्धि एक्सप्रेसवे जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लागू किया है। ऐसी परियोजनाओं को आगे ले जाने के लिए हमें केंद्र के समर्थन की जरूरत है।’’
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने संबंधी विपक्षी दलों के फैसले की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने इस इमारत का सपना देखा था और कम समय में इसका निर्माण कार्य पूरा किया गया। विपक्ष संसद भवन के उद्घाटन का विरोध इसलिए कर रहा है ताकि मोदी को इसका श्रेय न मिले।’’
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की भी आलोचना की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केजरीवाल कुछ लोगों से मिले। एक व्यक्ति दूसरे के द्वार पर जा रहा है। लेकिन हमारी सरकार लोगों के दरवाजे पर उन्हें (लोगों को) कुछ देने जा रही है।