निर्मला सीतारमण एनडीए की सरकार में लगातार तीसरी बार मंत्री बनी हैं। सरकार ने उन पर भरोसा कायम रखते हुए फिर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। मोदी सरकार का लक्ष्य देश को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाना है। इसलिए सीतारमण के ऊपर देश की नजरें टिकी रहेंगी। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वे रक्षा मंत्रालय का कार्यभार भी संभाल चुकी हैं। इस बार पैसों की कमी का हवाला देते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, लेकिन फिलहाल वे राज्यसभा की सदस्य हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता होने के साथ-साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं।
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को हुआ। उनका जन्म तमिलनाडु के मदुरै में एक तमिल अयंगर परिवार में सावित्री और नारायणन सीतारमण के घर हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल विल्लुपुरम से प्राथमिक स्तर तक और मद्रास-तिरुचिरापल्ली से भी की थी। उन्होंने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से अर्थशास्त्र में कला स्नातक की डिग्री, 1984 में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में कला स्नातकोत्तर की डिग्री और एमफिल. डिग्री प्राप्त की।
निर्मला सीतारमण 2008 में भाजपा में शामिल हुईं और वे 2014 तक पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं। 2014 में उन्हें नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया और उसी वर्ष जून में उन्हें आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया। मई 2016 में वे 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा द्वारा नामित 12 उम्मीदवारों में से एक थीं। निर्मला सीतारमण 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकी हैं। वे 03 सितंबर 2017 तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रहीं हैं और 03 सितंबर 2017 को श्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया था।