Breaking News
-
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को लेकर दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क ने…
-
सड़कों पर यहूदी विरोधी हमले के बाद इजरायली फुटबॉल प्रशंसकों को वापस लाने के लिए…
-
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस…
-
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस…
-
अमेरिका में एक बार फिर ट्रंप कार्ड चल गया है। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में…
-
भारत द्वारा कनाडा के पाखंड को उजागर करने के एक दिन बाद विदेश मंत्री के…
-
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव परिणाम के बाद डोनाल्ड ट्रंप की जीत हो गई है। ट्रंप…
-
आजकल के ज्यादातर लोगों में अनियमित ब्लड प्रेशर देखने को मिल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट…
-
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को मीडिया का जरा भी सहयोग नहीं…
-
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद पाकिस्तान और चीन के…
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। रेस्क्यू अभियान का 16 दिन है लेकिन मजदूर अब तक बाहर नहीं आ सके हैं। मजदूर को निकालने के लिए चलाए जा रहे अभियान पर अब कुदरत का कर भी मंडरा सकता है। बचाव अभियान पर बारिश का साया छा गया है।
बताने की रेसिपी अभियान में झूठे भारतीय सेवा के जवान पहाड़ी के ऊपर से वर्टिकल खुदाई करने में जुटे हुए है। वर्टिकल खुदाई का काम 20 मीटर तक पूरा हो चुका है। हालांकि वर्टिकल खुदाई 86 मीटर तक की जानी है जिसमें संभावित चार दिनों का समय लग सकता है। रसिया अभियान को सफल बनाने के लिए ड्रोन मैपिंग भी की गई है। इसी बीच मौसम विभाग ने एक अलर्ट जारी किया है जिसके बाद समस्या अधिक बढ़ गई है। जानकारी के मुताबिक मौसम विभाग ने एक अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक सोमवार से 3 दिनों तक उत्तराखंड में भारी बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना है। अगर उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी होती है तो रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलें और अधिक खड़ी हो सकती।
मौसम विभाग में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ जैसे ऊपरी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के जिस जगह में सुरंग रहती है वहां पहाड़ी पर मिट्टी काफी अधिक है ऐसे में अगर बारिश होती है तो वहां मिट्टी धंस सकती है। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों के लिए बारिश एक बड़ी चुनौती बन सकती है। अगर इस दौरान बर्फबारी हो गई तो रेस्क्यू ऑपरेशन ने यह एक बड़ा झटका लगा सकती है। बर्फबारी होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में रुकावट आ सकती है। क्योंकि इससे बिजली की समस्या पैदा होगी वहीं ठंड बढ़ने के कारण सुरंग में मजदूरों के लिए भी परेशानी अधिक बढ़ जाएगी।
बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद बीते कई दिनों से सुरंग में जारी बचाव कार्य का निरीक्षण और निगरानी कर रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में एक अस्थाई कैंप खोला है जहां मुख्यमंत्री दफ्तर के अपने सभी काम निपटा रहे हैं।