अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों में मुद्रा में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है और ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री ने इसे शतक बनाने का मन बना लिया है। हाथ में मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि वह इसे लेकर आई हैं क्योंकि उन्हें यह पता नहीं चल पाया है कि रुपया कितनी तेजी से गिर गया है और इसके साथ ही प्रधानमंत्री की गरिमा भी।
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मोदी पर तंज कसते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मैं आज अपने साथ मैग्निफाइंग ग्लास लेकर आई हूं, इसी से ढूंढ रही हूं कि रुपया कहां तक गिरता चला गया है? इसी के साथ ये भी ढूंढ रही हूं कि प्रधानमंत्री की गरिमा कहां तक गिरी है? आज रुपया ढूंढने पर भी नहीं मिल रहा है, गिरता ही चला जा रहा है, संभाले नहीं संभल रहा। रुपया 87 पर गोते लगाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि मोदी को कोई बताए कि रुपए से सेंचुरी नहीं लगवानी है.. रुपए को संभालना है।
अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि एक बड़े महान अर्थशास्त्री ने कहा था: ‘जैसे-जैसे रुपया गिरता है, प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा गिरती है।’ सुना है प्रधानमंत्री आवास पर खुदाई चल रही है और ढूंढा जा रहा है कि प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा आखिर कौन से गड्ढे में जाकर गिर गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर 87 पार लगाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि जब नरेंद्र मोदी मई 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने थे, तब हमने उन्हें रुपया 58 पर दिया था। यानी उस समय एक डॉलर की कीमत 58 रुपए थी।
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श्रीनेत ने कहा कि मई 2014 में 1 डॉलर: 58 रुपए और जनवरी 2025 में 1 डॉलर : 87 रुपए है। उन्होंने कहा कि अकेले नरेंद्र मोदी ने रुपए को 50% डुबो दिया है। वे लगातार रुपए को पतला करते जा रहे हैं। हालात ये हैं कि रुपए को बचाने के लिए RBI ने पूरी ताकत लगा दी है। सितंबर 2024 में विदेशी मुद्रा भंडार $704 बिलियन था, रुपए को बचाने के लिए उसमें से लगभग $80 बिलियन खर्च कर दिए गए। मतलब करीब 6,83,000 करोड़ रुपए खर्च किए गए, लेकिन रुपया संभाले नहीं संभल रहा है।