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चंद्रचूड़ ने अयोध्या पर दिया बयान, भड़के सपा नेता राम गोपाल यादव ने CJI के लिए ‘चू.. शब्द का किया इस्तेमाल

देश के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ अपने निष्पक्ष फैसलों के लिए जाने जाते हैं। प्रधान न्यायाधीश रहते हुए चंद्रचूड़ ने आम भारतीयों के मन में जो सम्मान और विश्वास पाया है वैसा कम ही देखने को मिलता है। ऐसे में तब हैरत होती है जब कोई राजनीतिज्ञ उनके खिलाफ टिप्पणी करे। यह हैरत तब और बढ़ जाती है जब देश के प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी की जाती है। हाल ही में गणेश उत्सव के दौरान जब प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने घर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया तो उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया गया। अब चंद्रचूड़ ने कहा है कि उन्होंने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए ईश्वर से प्रार्थना की थी तब भी उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। प्रधान न्यायाधीश पर निशाना साधते साधते समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव बहुत आगे बढ़ गये और जिस प्रकार की अमर्यादित टिप्पणी उन्होंने की है उससे सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या इतना लंबा राजनीतिक अनुभव रखने वाले व्यक्ति को सामान्य शिष्टाचार भी नहीं पता है?
हम आपको बता दें कि अपने गृह राज्य महाराष्ट्र के खेड़ तालुका में स्थित अपने पैतृक गांव कन्हेरसर के निवासियों को संबोधित करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि अक्सर हमारे पास मामले (निर्णय के लिए) आते हैं, लेकिन हम समाधान पर नहीं पहुंच पाते। अयोध्या (राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद) के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जो तीन महीने तक मेरे सामने था। मैं ईश्वर के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका समाधान ढूंढ़ना होगा। प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) ने कहा, ‘‘मेरा विश्वास करें, यदि आपको भरोसा है, तो ईश्वर हमेशा कोई रास्ता निकाल देंगे।’’

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हम आपको याद दिला दें कि देश के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने नौ नवंबर, 2019 को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करके उस विवादास्पद मुद्दे का निपटारा किया था जो एक सदी से भी अधिक पुराना था। पीठ ने यह भी फैसला दिया था कि अयोध्या में ही वैकल्पिक पांच एकड़ के भूखंड पर मस्जिद बनाई जाएगी। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाली पीठ का हिस्सा थे। हम आपको यह भी बता दें कि प्रधान न्यायाधीश इस वर्ष जुलाई में अयोध्या में राम मंदिर गये थे और पूजा-अर्चना की थी।
प्रधान न्यायाधीश के बयान पर जब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव से प्रतिक्रिया मांगी गयी तो वह भड़क गये और कहा कि जब भूतों को जिंदा करते हो, मुर्दों को, तो भूत बन जाते हैं और जनता के पीछे पड़ जाते हैं। तमाम चू…ये इस तरह की बात करते हैं।” हालांकि अपने बयान पर विवाद खड़ा होने पर राम गोपाल यादव मीडिया के समक्ष सफाई देते हुए नजर आये। उधर, भाजपा ने प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ आये बयान की निंदा करते हुए कहा है कि विपक्ष में ऐसे दल शामिल हैं जो अपने पक्ष में फैसला आने पर खुश होते हैं लेकिन अगर फैसला उनके मन मुताबिक नहीं है तो वह पूरे लोकतंत्र, संविधान और न्यायपालिका पर ही सवाल उठा देते हैं।

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