दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कहा कि शहर की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने की जरूरत है और महिलाओं की शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि प्रगतिशील और समावेशी समाज के निर्माण के लिए दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शालीमार बाग में स्थित फोर्टिस अस्पताल द्वारा आयोजित समानता वॉकथॉन को संबोधित करते हुए रेखा ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना समग्र सामाजिक विकास की कुंजी है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली को देश का सबसे विकसित स्वास्थ्य केंद्र बनना चाहिए। हर नागरिक को सुविधाजनक चिकित्सा सेवाएं मिलनी चाहिए और किसी को भी सही उपचार से वंचित नहीं रहना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालते हुए उनसे अपने स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “आइए हम सब मिलकर एक ऐसा भविष्य बनाएं, जहां लैंगिक समानता सिर्फ एक लक्ष्य न हो, बल्कि एक जीवंत वास्तविकता हो। ”
‘वॉकथॉन’ में लगभग 400 लोगों ने हिस्सा लिया।
इसके अलावा एक ‘महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम’ भी आयोजित किया गया, जिसमें महिलाओं की स्वास्थ्य चुनौतियों, कार्यस्थल समानता और समावेशी विकास पर चिकित्सकों के साथ एक पैनल चर्चा की गई।
‘फोर्टिस’ हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आशुतोष रघुवंशी ने स्वास्थ्य सेवा में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और समावेशी व न्यायसंगत कार्य वातावरण की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, “महिलाएं मरीजों की देखभाल में विशेषज्ञता, सहानुभूति और नवीनता लाती हैं। फिर भी, उन्हें कार्यस्थल पर अनूठी स्वास्थ्य चुनौतियों और प्रणालीगत बाधाओं का सामना करना पड़ता है।