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Jadavpur University के स्‍टूडेंट डीन ने दिया इस्तीफा, Fresher Death Case की जांच कमेटी की कर रहे थे अगुवाई

कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी फिर से चर्चा में आ गई है। इस बार ये यूनिवर्सिटी डीन के कारण चर्चा में आई है। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट डीन डॉ. सुबिनॉय चक्रवर्ती ने अपने पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अचानक ही इस पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। डीन डॉ. सुबिनॉय चक्रवर्ती एक नए छात्र की रैगिंग से संबंधित मौत की जांच कर रही कमेटी का नेतृत्व कर रहे थे। उनके इस कदम के बाद फिर से यूनिवर्सिटी सुर्खियों में है।
 
इसी बीच उन्होंने जांच से खुद को अलग कर लिया है और इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम के बाद कई सवाल भी खड़े हो रहे है। यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत की घटना 10 अगस्त को हुई थी। गौरतलब है कि कमेटी की तरफ से स्वीकार कर लिया गया है कि नए छात्र की मौत से पहले यूनिवर्सिटी के ही कुछ सीनियर छात्रों के एक वर्ग ने पीड़ित छात्र की अत्यधिक रैगिंग ली थी और उत्पीड़न किया था। इसी कारण पीड़ित छात्र की मौत हो गई है। इसी बीच डीन के इस्तीफे को लेकर सवाल तब उठ रहे हैं।
 
बता दें कि जब डीन डॉ. सुबिनॉय चक्रवर्ती ने अपने पद से इस्तीफा दिया है मगर उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने के पीछे उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताए है। 
 
डॉ सुब‍िनॉय चक्रवर्ती ने पद से इस्तीफा देने के संबंध में मीडिया में कोई प्रतिक्रिया देने से परहेज किया। हालांक‍ि जेयू के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अपने इस्तीफे में उन्‍होंने इसके लिए व्यक्तिगत कारण बताया है। यूनिवर्सिटी के मुताबिक डीन के इस्तीफे दिए जाने के बाद प्रशासनिक गतिविधियों में कई अनिश्चितता आ गई है। 
 
यूनिवर्सिटी को मिला कुलपति
इसी बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने बुद्धदेव साव को यादवपुर विश्वविद्यालय का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया है। बेहद गंभीर और कठिन परिस्थिति में उन्हें यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया है। इस समय यूनिवर्सिटी हर तरफ से आलोचनाओं के केंद्र में है। गौरतलब है कि बुद्धदेव साव यूनिवर्सिटी में ही गणित विभाग के प्रोफेसर है। उन्हें तत्काल प्रभाव से यूनिवर्सिटी के कुलपति की जिम्मेदारियां सौंपी गई है। इस संबंध में आदेश 19 अगस्त की रात को आया था। 
 
बता दें कि इसस पहले यूनिवर्सिटी के कुलपति सुरंजन दास का नौ वर्षों का लंबा कार्यकाल 31 मई को खत्म हुआ था। इसके बाद से यूनिवर्सिटी को कोई स्थायी कुलपति नहीं मिला है। वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर अमिताभ दत्ता को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया था। हालांकि किन्हीं कारणों से वो भी चार अगस्त को इस्तीफा दे चुके थे। इसके बाद नौ अगस्त को यूनिवर्सिटी के मुख्य हॉस्टल की दूसरी मंजिल के कूदकर एक छात्र ने अपनी जान दी थी।
 
छात्र की मौत के मामले में एक और गिरफ्तार
छात्र की मौत के मामले में एक और पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक 13 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। एक अधिकारी ने बताया कि पहले गिरफ्तार किये गये आरोपियों से पूछताछ के दौरान पूर्व छात्र का नाम सामने आया। पुलिस ने शुक्रवार को भी इस मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया था, जबकि इससे पहले विश्वविद्यालय के नौ पूर्व और मौजूदा छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका था। ये सभी अब पुलिस हिरासत में हैं। 
 
वहीं पुलिस ने छात्रावास में नौ अगस्त को हुई घटना की वास्तविकता का पता लगाने के लिए शुक्रवार को संबंधित दृश्य को दोबारा रूपांतरित किया था। सड़सठ वर्ष पुराने इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय ने स्नातक छात्र की कथित रैगिंग और यौन उत्पीड़न संबंधी कई सवालों को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को एक विस्तृत रिपोर्ट भी भेजी थी।

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