बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत से कुछ मिनट पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बागी विधायक सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सोमवार को एक बार फिर निशाना साधा।
रामगढ़ के विधायक सुधाकर को मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखे हमले के कारण कुछ महीने पहले मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वह राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं।
उन्होंने सोमवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “बिहार 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद से पीछे की ओर चला गया है। जितनी जल्दी विधायिका के सदस्य उन्हें बदलने का फैसला लेंगे, उतना ही राज्य के लिए बेहतर होगा।”
सुधाकर ने एक दशक पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी।
उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की नीतीश की कथित महत्वाकांक्षा की चर्चा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी का विकल्प नहीं हो सकते, क्योंकि वह खुद प्रधानमंत्री के साथ कई गुण साझा करते हैं। इसलिए मैं उन्हें ‘मोडी-फाइड’ कहता हूं।”
सुधाकर ने कहा, “नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाए जाने के बजाय देश में राष्ट्रपति शासन लागू करना कहीं बेहतर होगा।”
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मेरा वोट हमेशा (उपमुख्यमंत्री) तेजस्वी यादव के लिए होगा। हालांकि, मैं यह तय करना पार्टी के सदस्यों पर छोड़ देता हूं कि नीतीश कुमार का उत्तराधिकारी कौन होगा।”
यह पूछे जाने पर कि उनके शब्दों से मुख्यमंत्री की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से प्रतिक्रिया आ सकती है, सुधाकर ने कहा, “पार्टी (जदयू) सत्ता के लिए अवसरवादियों से भरी हुई है।”
मुख्यमंत्री के खिलाफ लगातार बयानबजी को लेकर राजद ने पिछले महीने सुधाकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालांकि, उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बाद में, मुख्यमंत्री के खिलाफ सुधाकर की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा, नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन के नेता हैं। पिछले साल दिल्ली में राजद के खुले सत्र में भी इसकी पुष्टि की गई थी।
इसलिए, नेतृत्व के बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि राजद द्वारा पिछले महीने कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बावजूद सुधाकर ने मुख्यमंत्री की निंदा करना जारी रखा है, तेजस्वी ने कहा, यह इस संदेह की पुष्टि करता है कि वह भाजपा और आरएसएस के हितों को साध रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमारे राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी अस्वस्थ हैं। ठीक होने पर, वह उस समिति की बैठक बुलाएंगे जो उचित कार्रवाई करने के लिए सक्षम है।