शरदचंद्र पवार नेता सुप्रिया सुले ने अपने पिता द्वारा स्थापित पार्टी को छीनने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के परोक्ष संदर्भ में अदृश्य शक्ति पर निशाना साधा। पत्रकारों से बात करते हुए बारामती लोकसभा सांसद ने कहा कि उनकी पार्टी ने अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट को असली एनसीपी के रूप में मान्यता देने के भारत के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शरद पवार एनसीपी के संस्थापक और अध्यक्ष हैं और रहेंगे। सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का किसी भी राजनीतिक दल के साथ विलय नहीं होगा। सुले पार्टी प्रमुख शरद पवार के आवास पर राकांपा (शरदचंद्र पवार) की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रही थीं।
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सुले ने दावा किया कि अदृश्य शक्ति पार्टी को संस्थापक से छीनने का कुकृत्य कर रही है। सुले ने कहा कि शरद पवार द्वारा किसी और को स्थापित किया गया प्रतीक एक नई मिसाल कायम कर रहा है क्योंकि कोई भी निर्णय किसी व्यक्ति से संबंधित नहीं होता है बल्कि इतिहास में दर्ज होता है। पिछले साल जुलाई में अजित पवार और आठ विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद राकांपा विभाजित हो गई थी। बता दें कि पहले खबर आई थी कि शरद पवार अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर सकते हैं। शरद पवार ने पुणे के अपने घर में विधायक और सांसदों की बैठक बुलाई है। अपने विधायकों और सांसदों से शरद पवार बातचीत करना चाहते थे। शरद पवार गुट के मंगलदास बंडल ने विलय को लेकर बातचीत की बात कही थी।
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शरद पवार ने कहा कि चुनाव आयोग ने पार्टी को उन लोगों के हाथों से छीन लिया जिन्होंने इसकी स्थापना की और इसे बनाया और इसे दूसरों को दे दिया। ऐसा देश में पहले कभी नहीं हुआ। मुझे विश्वास है कि लोग चुनाव आयोग के फैसले का समर्थन नहीं करेंगे जिसके खिलाफ हमने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।