भाजपा दक्षिणी राज्य में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि डीएमके और कांग्रेस गठबंधन का लक्ष्य पिछले चुनावों में अपनी बढ़त बनाए रखना चाह रही है। राज्य में सात चरण के आम चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ, जिसमें सभी 39 सीटों पर एक साथ मतदान हुआ। इस बार भाजपा के आक्रामक प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मैदान में उतरे, जहां उन्होंने राज्य पार्टी प्रमुख के अन्नामलाई के साथ मोर्चा संभाला। सातवें चरण की वोटिंग समाप्त होने के बाद अब एग्जिट पोल आने शुरू हो गए। एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में तमिलनाडु में बीजेपी को 22 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है। पिछली बार तमिलनाडु में बीजेपी को 3.62 मिला था। वहीं इंडिया ब्लॉक को 46 प्रतिशत वोट मिलता नजर आ रहा है। इंडिया गठबंधन को पिछली बार 52 प्रतिशत वोट मिला था। यानी उसे 6 प्रतिशत का नुकसान हो रहा है।
इसे भी पढ़ें: Tamil Nadu के तिरुवल्लूर में पेंट कारखाने में आग लगने से तीन की मौत
एनडीए को 2-4 सीटें मिलती नजर आ रही है। वहीं इंडिया गठबंधन को 33 से 37 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। पिछली बार इंडिया गठबंधन यानी कांग्रेस और डीएमके ने क्लीन स्वीप किया था। जिस बीजेपी ने 2014 में एक सीट जीती थी। 2019 में खाता खोलने में कामयाब नहीं हो पायी थी। लेकिन इस बार कम से कम दो सीटें जीतते नजर आ रही हैं।
तमिलनाडु चुनाव 2024: मतदान की तारीख
तमिलनाडु में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ। पहले चरण में जिन सभी सीटों पर मतदान हुआ, उनमें कांचीपुरम, अराक्कोनम, तिरुवल्लूर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, वेल्लोर, तिरुवन्नामलाई, धर्मपुरी, कृष्णागिरी, श्रीपेरंबुदूर, विलुप्पुरम, कोयंबटूर, नीलगिरी, इरोड, तिरुप्पुर, नामक्कल, सलेम, अरानी कल्लाकुरिची, कन्याकुमारी, थूथुक्कुडी, विरुधुनगर, तेनकासी, रामनाथपुरम, थेनी, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, तिरुनेलवेली, पोलाची, करूर, डिंडीगुल, पेरम्बलुर, कुड्डालोर, तिरुचिरापल्ली, चिदंबरम, नागपट्टिनम और मयिलादुथुराई शामिल हैं।
तमिलनाडु चुनाव 2024: 2014 और 2019 में क्या हुआ?
2014
एनडीए: ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, भारतीय जनता पार्टी, पट्टाली मक्कल काची, देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम, मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम। एनडीए ने सभी 39 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसमें से एआईएडीएमके को 37, बीजेपी को 1, पीएमके को 1 सीट मिली थी।
डीपीए: द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, विदुथलाई चिरुथिगल काची, पुथिया तमिलगम, मनिथानेया मक्कल काची, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग। गठबंधन 2014 में अपना खाता नहीं खोल सका। कांग्रेस ने अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था और सभी 39 सीटों पर उसे कोई सीट नहीं मिली थी।
2019
डीएमके ने 24 और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं। विदुथलाई चिरुथिगल काची को 1, सीपीआई (एम) को 2, सीपीआई को 2, आईयूएमएल को 1 और एआईएडीएमके को 1 सीट मिली थी। पिछली बार बीजेपी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी।