कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को कहा कि अगर ठेकेदारों से रिश्वत लेने के आरोप सही साबित हुए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के कुछ ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक सरकार ने उनका लंबित बकाया नहीं चुकाया है और कुछ रिपोर्टों के अनुसार बीबीएमपी के कुछ ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि वर्तमान सरकार ने 15 प्रतिशत कमीशन की मांग की है। आज मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए, शिवकुमार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और वरिष्ठ विधायक आर अशोक सहित विपक्षी नेता ठेकेदारों के बिलों के बारे में बात कर रहे हैं। जब आपकी सरकार सत्ता में थी तो ठेकेदारों के बिल का भुगतान क्यों नहीं किया गया?
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भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि बोम्मई या अशोक, किसने अपनी सरकार में ठेकेदार के बिल का भुगतान रोका? क्या उनके पास पैसे नहीं थे? क्या काम ठीक से नहीं हुआ? पहले बीजेपी नेता इस सवाल का जवाब दें। मैं बाकी का जवाब ठेकेदारों को दूंगा। शिवकुमार ने उनपर कमीशन वसूलने का आरोप लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मंत्री आर. अशोक पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मैंने किसी से कमीशन मांगा तो मैं आज राजनीति से संन्यास ले लूंगा, लेकिन अगर बोम्मई और आर अशोक के खिलाफ आरोप साबित हो गए तो क्या वे अपने राजनीतिक संन्यास की घोषणा करेंगे?
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शिवकुमार ने कहा कि राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ने कर्नाटक राज्य ठेकेदार संघ केम्पन्ना की शिकायत और सदन में अनुबंध कार्यों में अनियमितताओं की जांच करने के अनुरोध के बाद जांच के आदेश दिए थे। इस बीच, बोम्मई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार पूरे राज्य में, खासकर बीबीएमपी में गंभीर भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘ठेकेदार संघ ने राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया है, उन्होंने राहुल गांधी को भी ट्वीट किया है और वे हमसे भी मिले हैं। इसलिए हमने उनका मामला उठाया है। बोम्मई ने आरोप लगया, ‘‘यहां गंभीर, खुला भ्रष्टाचार चल रहा है। पिछले तीन माह से ठेकेदारों को कोई भुगतान नहीं किया गया है। वे (भुगतान रोकने के लिए) कुछ पूछताछ को कारण बता रहे हैं। उन्हें पूछताछ करने दीजिये।’’