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RAW Part I | आप सोच भी नहीं सकते इतनी खतरनाक है भारत की खुफिया एजेंसी RAW

जब कभी भी रॉ एजेंट के बारे में सुनते हैं तो जेम्स बांड जैसी फीलिंग आने लगती है। वही थ्रिल, रिस्क और पैशन फील होने लगता है जो जेम्स बांड को फील होता है। रॉ एजेंट हमारे लिए जेम्स बांड जैसे ही होते हैं जो हर मुश्किल स्थिति से देश को बचाने के लिए अपनी जान की जरा सी भी परवाह नहीं करते और हमारे देश की सुरक्षा में इनका योगदान बहुत ही ज्यादा होता है। रविंद्र कौशिक, आरएन कांव, अनिल दशमाना, अजीत डोभाल, रविंद्र सिंह, एमके धार यह कुछ ऐसे नाम है जिन्हें देश का हीरो कहा जा सकता है यह ग्रेट रॉ एजेंट रहे हैं।

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किसी भी देश की खुफिया एजेंसी देश की सुरक्षा में अपना एक अलग ही महत्व रखती है। चाहे हम बात करें विदेशी गतिविधियों पर नजर रखने की या फिर आतंकी साजिश का पता लगाने की। हर काम में यह एजेंसियां सक्रिय रहती हैं। इसके अलावा परमाणु हथियारों की जानकारी को गुप्त रखने का जिम्मा भी इन्हीं के सिर पर है। आज हम बात करेंगे दुनिया की सबसे ताकतवर एजेंसियों में से एक रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ के बारे में, जिसे हम अपनी आम भाषा में भारत की खुफिया एजेंसी भी कहते हैं। ये एजेंसी अपनी खुफिया रिपोर्ट सीधा भारत के प्रधानमंत्री को भेजती है ताकि अधिकारियों के बीच भी कोई खुफिया बातें लीक न हो सके। रॉ ने शुरू से ही अपने कर्तव्य का पालन करते हुए बहुत सारे ने खुफिया मिशन को अंजाम दिया है जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर सकते।

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