तेलंगाना के नारायणपेट जिले में रविवार को एक इथेनॉल कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक पुलिस वाहन को फूंक दिया गया।
यह घटना जिले के मारीकल मंडल के चित्तनूर गांव में हुई, जब एक टैंकर को रोकने और सड़क पर धरने के चलते ग्रामीण वहां एकत्र हुए।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि टैंकर उनके गांव के पास स्थित इथेनॉल संयंत्र से निकले प्रदूषकों को ले जा रहा था और कचरे को उनके क्षेत्र में फेंक रहा था।
अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि एक टीम इस मामले को देखेगी।
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राजस्व और पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे, लेकिन उनमें से कुछ ने अधिकारियों पर पथराव शुरू कर दिया। ऐसा कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वाहन को आग लगा दी और एक अन्य वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
अधिकारी ने कहा, चूंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए, इसलिए हमने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कार्रवाई की है। पथराव में एक क्षेत्र निरीक्षक और एक उपनिरीक्षक को चोटें आई हैं।
उन्होंने कहा कि स्थिति अब शांत है।
यह स्पष्ट नहीं है कि क्या कुछ प्रदर्शनकारी भी घायल हुए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या किसी को हिरासत में लिया गया है, अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज किया जा रहा है और जांच के आधार पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और जांच जारी है।
चित्तनूर के लोग पिछले कुछ महीनों से इथेनॉल संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि कंपनी प्रदूषकों को उनके क्षेत्र में फेंक रही है। उन्होंने संयंत्र के निर्माण का भी विरोध किया था।