तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के. कविता के बीच हैदराबाद में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे एक युवती की कथित आत्महत्या को लेकर शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जुबानी जंग छिड़ गयी।
‘बठुकम्मा’ फूल उत्सव के मौके पर बधाई देने वाले और उत्सव से संबंधित एक गीत जारी करने वाले कविता के ट्वीट के जवाब में रेवंत रेड्डी ने पूछा कि क्या वह अभ्यर्थी प्रवल्लिका की पीड़ा सुनने में असमर्थ हैं जिसने ‘‘भर्ती परीक्षाएं कराने में कुप्रबंधन’’ के कारण यह कदम उठाया।
प्रवल्लिका ने शुकव्रार को यहां अशोक नगर में अपने छात्रावस के कमरे में कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
इसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने बीआरएस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए। कविता ने पीसीसी प्रमुख पर पलटवार करते हुए कहा कि वह बठुकम्मा मनाती हैं और प्रवल्लिका जैसे लोगों की पीड़ा को समझती हैं।
उन्होंने पूछा कि क्या रेड्डी की संवेदनाएं व्यक्त करने के बजाय एक महिला की आत्महत्या का राजनीतिकरण करने की नीति है।
महिला अभ्यर्थी की मौत पर खेद प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी अभिभावक ऐसी स्थिति से न गुजरे।
कविता ने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस है जो नौकरी भर्ती की अधिसूचनाएं बाधित करने की कोशिश कर बेरोजगारी की जिंदगियों से खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि हालांकि, यह मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को श्रेय जाता है कि उन्होंने कांग्रेस के षडयंत्रों का पर्दाफाश कर लाखों रिक्त पदों को भरा है।
इस पर कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए पूछा कि क्या कविता के लिए लाखों पदों को भरना लोकसभा चुनाव हारने के बाद विधान परिषद सदस्य बनना है।रेड्डी ने पूछा कि क्या लाखों पदों को भरने का मतलब तेलंगाना प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा करायी भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने तथा 11वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं भी न करा पाने से है।