Breaking News
-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीन देशों की यात्रा के दौरान इटली, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत…
-
महाराष्ट्र और झारखंड के लिए कल का दिन बेहद अहम होने वाला है। दोनों की…
-
शिक्षा और आईटी मंत्री नारा लोकेश ने विधान परिषद में आंध्र प्रदेश लोकायुक्त संशोधन विधेयक…
-
मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने इससे पहले अक्टूबर में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की…
-
केंद्र जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर में 10,000 से अधिक सैनिकों को भेजेगा, जिससे पड़ोसी राज्य…
-
सुप्रीम कोर्ट ने उन गवाहों के बयानों तक पहुंच के पंजाब सरकार के अनुरोध को…
-
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव के बाद के घटनाक्रम की…
-
आप सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गौतम अडानी का पक्ष…
-
फिल्मी सितारों से जुड़े विवादों और कानूनी पचड़ों का रिश्ता काफी पुराना है। सीनियर एक्टर…
-
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुल्क को विकसित देश बनाने के लिए शुक्रवार को लोगों के…
इंदौर (मध्यप्रदेश) । देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में दीपावली के अगले दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ने 400 का स्तर लांघ दिया जो बताता है कि हवा की गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में पहुंच गई है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक शहर के छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे एक्यूआई 404 आंका गया, जबकि प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 औसतन 255.26 दर्ज किया गया। इस वक्त शहर में पीएम 10 का औसत स्तर 318.08 रहा। छोटी ग्वालटोली, शहर का घनी बसाहट वाला इलाका है जहां बड़ी तादाद में वाहनों की आवा-जाही भी होती है।
पर्यावरण मामलों के जानकार और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अधिकारी डॉ. दिलीप वाघेला ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया, ‘‘शहर में बृहस्पतिवार सुबह से दीपावली की जोरदार आतिशबाजी शुरू हुई जो देर रात तक जारी रही। कई इलाकों में शुक्रवार को भी जमकर पटाखे चलाए गए। शहर में हवा की गुणवत्ता के गंभीर श्रेणी में पहुंच जाने का प्रमुख कारण यही है।’’ मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह 08:30 बजे शहर में हवा की गति शून्य किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।
वाघेला ने बताया कि शांत हवाओं के कारण प्रदूषक तत्व यहां-वहां बिखर नहीं सके और एक ही स्थान पर जम गए जिससे शहर में हवा की गुणवत्ता और खराब हो गई। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए काम करने वाले वैश्विक गठजोड़ ‘‘क्लीन एयर कैटलिस्ट’’ के एक अध्ययन के मुताबिक, आम दिनों में शहर में हवा की गुणवत्ता बिगाड़ने में वाहनों के प्रदूषण और सड़क पर उड़ने वाली धूल की सर्वाधिक 70 फीसद हिस्सेदारी रहती है। मौसम विभाग द्वारा तय पैमाने के मुताबिक शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा , 51 से 100 के बीच संतोषजनक , 101 से 200 के बीच मध्यम , 201 से 300 के बीच खराब , 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।