भारत 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर चीफ गेस्ट के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो भारत आए हैं। सुबियातों पहली बार भारत के राजकीय दौरे पर आए हैं। वो इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति हैं जो गणतंत्र दिवस पर भारत के मुख्य अतिथि के रूप में आए हैं। दिलचस्प बात ये है कि भारत ने आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया था उस दौरान भी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। सुकुर्णों सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति थे और हाल ही में सुकुर्णों की बेटी सुकमावति सुकर्णों ने इस्माल धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया।
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आज एक बार फिर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत में हैं। इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने ऐसा खेल किया है, जिसने भारत को खुश कर दिया है और पाकिस्तान में तबाही मचा दी है। प्रवोवो सुबियांतो ने भारत आने से पहले एक ट्वीट किया। उस ट्वीट में सुबियांतो ने कुछ ऐसी बात लिख दी जिसने पाकिस्तान में भूचाल ला दिया। प्रबोवो सुबियांतो जब भारत के लिए निकल रहे थे तो उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं भारत के दौरे के बाद मलेशिया जाऊंगा। यहां मलेशिया शब्द जानबूझकर लिखा गया है। कई जानकारों का कहना है कि भारत ने अपनी कूटनीतिक ताकत दिखाकर सुबियांतो से मलेशिया लिखवाया है। ये ऐसे वक्त में इसलिए भी जरूरी हो जाता है कि पाकिस्तान बीते तीन हफ्ते से राग अलाप रहा था कि सुबियांतो कुछ घंटे भारत में व्यतित करने के बाद सीधा पाकिस्तान आएंगे।
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सुबियांतो पीएम मोदी के सामने खड़े हुए और अपने दिल की बातें बोलनी शुरू कर दी। डोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने कह कि मैं भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा में मुझे दिए गए सम्मान के लिए अपनी सर्वोच्च कृतज्ञता दोहराना चाहता हूं। राष्ट्रपति ने भारत को इंडोनेशिया की स्वतंत्रता संग्राम के समय दिए गए समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास की जमीन भारत को उपहार के रूप में दी गई थी। तब अन्य देशों ने इंडोनेशिया को मान्यता नहीं दी थी। उन्होंने भारत को ब्रिक्स में इंडोनेशिया की स्थायी सदस्यता का समर्थन करने और ग्लोबल साउथ की आवाज बनने के लिए भी धन्यवाद दिया।