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Pandharpur विधानसभा सीट पर इस चुनाव में भी रह सकते हैं मिले जुले सियासी समीकरण, तीन बार आगे रही है कांग्रेस

विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों का चुनावी अभियान लगभग अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। राज्य में महायुति गठबंधन और महा विकास आघाड़ी के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। 20 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक ही चरण में मतदान होगा तो वहीं 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। ऐसे में प्रदेश के सभी सक्रिय राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में जुट गए हैं। बीजेपी ने इस बार यहाँ से समाधान महादेव औताडे को चुनावी मैदान में उतारा है।  23 नवंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा की पंढरपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने इतिहास दोहराया है या फिर इतिहास बनाया है।
पंढरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सोलापुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है और महाराष्ट्र राज्य में सोलापुर जिले में स्थित है। पिछले 6 प्रमुख चुनावों में यहां भाजपा 1 बार आगे रही थी, कांग्रेस 3 बार आगे रही थी, एनसीपी 1 बार आगे रही थी और एसडब्ल्यूपी 1 बार आगे रही थी। इस बार के विधानसभा चुनाव का परिदृश्य कुछ अलग माना जा रहा है। पिछले चुनाव की बात करें तो पंढरपुर विधानसभा क्षेत्र में तीन दलों का समीकरण ज्यादा दिखाई दें रहा था।
इसके बावजूद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार भालके भरत तुकाराम बाजी मारने में कामयाब हुए। लेकिन इस बार वोटिंग का पैटर्न क्या होगा यह देखने लायक होगा। आइये आपको बताते हैं, कि पिछले तीन चुनाव में पंढरपुर विधानसभा सीट की क्या स्थितियां रही है। पंढरपुर विधानसभा चुनाव में हुए पिछले तीन चुनाव का इतिहास हमने आपको विस्तार से बताया और आपने जाना की यहां कौन कितने पानी में है, लेकिन इस बार राजनीतिक समीकरण कुछ अलग ही बनते दिखाई दे रहे है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शरद पवार तथा अजीत पवार गुट बनने के बाद यहां का सियासी समीकरण बड़ा रोचक हो गया है, अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि पिछली बार जहां राकांपा उम्मीदवार ने इस सीट को जीता था, तो वहीं इस बार जनता पुनः कौन सी वाली राकांपा पर भरोसा जताती है या फिर चुनाव में कोई ट्विस्ट आता है। महाराष्ट्र का चुनाव बेहद रोचक होने वाला है, जिसमें सोलापुर पंढरपुर सीट पर भी सबकी नज़र होगी।

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