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नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के प्रयास के बाद दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल ने दिल्ली के 5004 शिक्षकों के ट्रांसफर ऑर्डर को रोकने का काम किया है जिसके बाद राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने आज एनडीएमसी हाल में एक सम्मान समारोह के दौरान सचदेवा के साथ सांसद योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत और बांरी स्वराज को सम्मानित किया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया।
संघ के महासचिव अर्जुन वीर सिंह के संयोजन में आयोजित सम्मान समारोह में राजवीर सिंह छिकारा और वीरेंद्र डबास सहित शिक्षकगण मौजूद थे।
इस मौके पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि शिक्षक से बड़ा इस दुनिया में कोई नहीं है और हमेशा आपसे कुछ सीखने को मिलता है। यह बात किसी भी तरह से हजम नहीं होती कि शिक्षकों के एक स्कूल में 10 साल हो गए इसलिए उनका ट्रांसफर हो जाए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव में कैसे शिक्षकों का शोषण कर सके यह साजिश केजरीवाल सरकार की थी और उसमें वह कामयाब नहीं हो पाए। जिस दिल्ली को हम देख रहे हैं उस दिल्ली की दर्द हम समझते हैं इसलिए हमने आप सब के दर्द को समझा।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में एक ऐसी सरकार चाहिए जो दिल्ली वालों के दर्द को समझती हो ना कि एक ऐसी सरकार जो एक NGO की तरह चलाती हो या फिर निजी ट्रस्ट की तरह चलाती हो।
हमारा प्रयास है कि शिक्षकों के स्वाभिमान और उनके सम्मान के साथ किसी प्रकार का समझौता ना हो। पढ़ाने के लिए एक सात्विक वातावरण चाहिए लेकिन जब सरकार शिक्षकों को इवेंट मैनेजर बना देगी तो फिर शिक्षा का वो ही हाल होगा जो आज दिल्ली में देखा जा रहा है।
इस दिल्ली को अब बदलने की जरूरत है क्योंकि यह दिल्ली पहले ऐसी नहीं थी। पहले हम यमुना में नहाने जाते थे और आज हम उसमें हाथ तक नहीं लगा सकते हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली के अंदर ऐसी कई समस्या है जिसको समाधान करने की जरूरत है। दिल्ली का हर विभाग आज भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है और जो दिल्ली के विकास के लिए पैसे लगने थे उसे अपने शीशमहल में लगा दिया है। इतना ही नहीं आज बिजली के बढ़े बिल, जालबोर्ड में गड़बड़ी, टैंकर माफिया के साथ मिलकर पानी के लिए दिल्लीवालों को बूंद बूंद के लिए तरसाने जैसे भ्रष्टाचार केजरीवाल सरकार ने किया है जिसके लिए उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी और आप सभी से अनुरोध है कि यह बातें भी अपने समाज में बताए ताकि दिल्ली को सही दिशा में काम करने वाली सरकार बने।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि शिक्षक हमारे परिवार के सदस्य हैं और अपने परिवार के किसी को अगर किसी दुख से निजात मिले तो इससे अधिक खुशी किसी भी बात में नहीं होती।
उन्होंने कहा कि 2014 में एक नूतन विचारधार की बात लेकर कुछ लोग आए और पिछले 9 सालों के अंदर अगर हमने कभी कुछ काम किया है तो हमें सही गलत की समझ की जरूरत है। खासकर दिल्ली के बच्चों को राष्ट्रहित के साथ दिल्ली का भला कैसे होगा यह उन बच्चों को समझाने की जरूरत है और इस बात के लिए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ हम सब आपके साथ हैं।
योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि जब कुछ शिक्षक मेरे पास आए थे तो उस वक्त हमने उन्हें आवश्वासन दिया कि आपकी विजय होगी और आज वह दिन हमारे सामने हैं। 15 वर्षों के अपने निगम कार्यकाल में मैने कभी भी इतनी लंबी शिक्षकों के ट्रांसफर करने की लिस्ट नहीं देखी। वोकेशनल टीचर का मामला हो या फिर इससे पहले दिल्ली सरकार के शिक्षकों का मामला है भाजपा ने हमेशा मदद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक ऐसा शिक्षा मंत्री है जो शिक्षा मंत्री भी है और शराब मंत्री भी। तो ऐसी मंत्री दिल्ली के शिक्षकों को क्या निर्देश देंगी और शिक्षा स्तर की क्या स्थिति होगी यह आज जगजाहिर है।
बांरी स्वराज ने कहा कि आप हैं वह शिल्पकार जो भारत के भविष्य को गढ़ते हैं और हर बच्चे में अपना समय देते हैं। शिक्षक एक ईश्वरीय रूप होता है जो एक शिष्य को नवरत्न बनाने का काम करते हैं। बच्चों को आप शिक्षक जन्म नहीं देते लेकिन उसका जीवन चरित्र आप बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ झूठ बोलने और भ्रष्टाचार में व्यस्त है और उसके शिकार बन रहे हैं हमारे शिक्षक गण। रातों रात बिना किसी आदेश और किसी सूचना के 5004 शिक्षकों को निकाल दिया और किसी को बताया तक नहीं। लेकिन दिल्ली के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आपके निवारण के लिए सिर्फ माननीय उपराज्यपाल से मिले ही नहीं बल्कि इस काम को अंजाम तक पहुंचाने में भी सबसे अहम भूमिका निभाई है। आगे भी हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे और दिल्ली के सातों फूल हैं जो हमेशा आपकी सेवा में रहेंगे।