भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरुण चुघ के आज चुनाव को लेकर पार्टी की बड़ी बैठक की। इसके बाद उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी पूरी तरह से चुनावी तैयारियों में जुट गई है। यहां पहले चरण के चुनाव की पूरी समीक्षा हो चुकी है। अगले चरण में चुनाव कैसे लड़ा जाए इस पर भी काफी चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख नेताओं की राय भी ली गई है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी बिना किसी गठबंधन के पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरी है।
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तरुण चुघ ने आगे कहा कि दूसरी ओर, जो लोग पाकिस्तान का राग अलापते रहे और जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को लड़ाने की कोशिश करते रहे, वे आजकल एकता और अखंडता के नाम पर वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला आज एकता, अखंडता, विविधता में एकता की बात कर रहे हैं। जो व्यक्ति कल तक पाकिस्तान के बारे में बात करते थे। जिन्होंने नागरिकों के अधिकार छीने वे मानवता और विविधता की बात कर रहे हैं। यह दोहरा चरित्र और दोहरा चेहरा है। उनका घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा है। इसमें हर शब्द झूठ से भरा है।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक्स पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस को आतंकवाद, हिंसा और जन सुरक्षा पर खुली चर्चा के लिए चुनौती दी। साथ ही पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 1990 के दशक के अशांत दौर के लिए तीनों दलों की आलोचना की। पार्टी ने कहा कि वह आतंकवाद और आम लोगों के हताहतहोने को कतई सहन नहीं करने का रुख रखती है। भाजपा के जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरुण चुघ ने यहां संवाददाताओं से कहा, “ मैं गांधी-नेहरू, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को – जो दवाइयों की पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली दुकानों की तरह हैं – उनके और हमारे कार्यकाल के दौरान आतंकवाद, सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा की स्थिति और अनुच्छेद 370 और 35 ए के बारे में उनके भ्रामक दावों और साजिशों पर खुली बहस के लिए चुनौती देता हूं।” उन्होंने कहा, “हम कहीं भी खुली बहस के लिए तैयार हैं, जिसमें कोई एक पत्रकार मध्यस्थता करेगा और कोई टीवी चैनल इसका प्रसारण करेगा।”