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Jammu-Kashmir Election: जो 370 हटाने के खिलाफ था, उसे ही टिकट दे दिया, गुस्साए बीजेपी के 2 नेताओं ने छोड़ी पार्टी

विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर इकाई से दो और नेताओं के बाहर होने से झटका लगा। भाजपा के सांबा जिला अध्यक्ष कश्मीर सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस से भाजपा में आए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया की उम्मीदवारी का विरोध करते हुए सिंह ने कहा कि भारी मन से मैं उस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं जिसके लिए मैंने काम किया है। 42 वर्षों तक मैं परिस्थितियों से मजबूर था जब पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जो नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) से आया था और दशकों तक हमारी विचारधारा का मुखर विरोध करता रहा।

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स्लाथिया ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली कांग्रेस-एनसी गठबंधन सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया है। लेकिन 2021 में भाजपा में शामिल हो गए। इस निर्वाचन क्षेत्र को 28 वर्षों तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहने के बाद सामान्य श्रेणी मेंरखा गया है। सिंह ने आरोप लगाया। हमने सांबा में भाजपा को मजबूत किया और जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी तथा भाजपा की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए कई बलिदान दिए। हमने अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए प्रदर्शन किए और हड़तालें कीं और टिकट उस व्यक्ति को दिया गया जो हमेशा हमारी विचारधारा और अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ था। 

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हालांकि, सिंह ने कहा कि मैं इस संघर्ष को आगे बढ़ाऊंगा और उनके खिलाफ एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करूंगा। एक अन्य भाजपा युवा नेता कनव शर्मा ने भी ‘एक भ्रष्ट’ नेता को टिकट दिए जाने के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे दिया भारतीय जनता युवा मोर्चा के जम्मू जिला अध्यक्ष कनव शर्मा ने कहा कि वह संगठन और इसकी विचारधारा से जुड़े अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं, लेकिन जम्मू पूर्व से युद्धवीर सेठी को टिकट देने का पार्टी का फैसला उन्हें स्वीकार नहीं है। 

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