जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले की पहाड़ियों के बीच एक मीठी क्रांति पनप रही है। यहां दहानू गांव के एक किसान केवल कुमार ने पारंपरिक तरीकों को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ बदलते हुए देसी तरीके से रसायन-मुक्त गुड़ बनाना शुरू किया है जिसको अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। पहले केवल कुमार पारंपरिक फसलों पर निर्भर थे, लेकिन चार साल पहले उन्हें बागवानी विभाग के माध्यम से पीएमएफएमई योजना के बारे में पता चला। इस योजना के जरिये उन्हें तमाम फायदे मिले। अब केवल कुमार अपने इलाके के किसानों के लिए प्रेरणा बन गये हैं क्योंकि उन्होंने तकनीक का साथ लेकर समय की बचत की साथ ही उनका शारीरिक श्रम भी कम हुआ मगर उत्पादन बढ़ गया। हम आपको बता दें कि केवल कुमार की ओर से बनाया जा रहा ऑर्गेनिक गुड़ इस इलाके में खूब लोकप्रिय हो रहा है।
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मीडिया से बातचीत में केवल कुमार ने कहा, “पहले, मैं पारंपरिक फसलों पर निर्भर था, लेकिन पीएमएफएमई योजना ने नए दरवाजे खोले। उन्होंने कहा कि इससे न केवल मेरी आय बढ़ी है, बल्कि दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हुए हैं।” उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं कि वह किसानों के लिए अच्छी अच्छी योजनाएं लेकर आते हैं।