कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के शनिवार को दिल्ली में प्रवेश करने पर शहर के कई हिस्सों में यातायात प्रभावित रहा।
कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा शनिवार को अपने 108वें दिन में प्रवेश कर गई। शनिवार को पैदल मार्च के कारण गाजीपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 24, आईटीओ चौराहा और आश्रम चौक जैसे व्यस्त सड़कों पर भारी जाम लग गया।
पदयात्रियों के शहर में प्रवेश करने पर सुबह दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई और फिर विराम के बाद दोपहर में यात्रा बहाल होने पर इंडिया गेट के आसपास यातायात प्रभावित रहा।
यातायात पुलिस ने उन मार्गों को लेकर शुक्रवार को लोगों के लिए परामर्श जारी किया था, जिनके ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के कारण अवरुद्ध होने की आशंका थी।
यात्रा पूर्वाह्न 11 बजे राष्ट्रीय राजधानी में आश्रम चौक पर कुछ देर के लिए रूकी। अपराह्न एक बजे यात्रा मथुरा रोड, इंडिया गेट और आईटीओ होते हुए आगे बढ़ी।
पुलिस ने साइन बोर्ड लगाकर यात्रियों से सड़क के बायीं ओर चलने का अनुरोध किया।
यात्रा के सुबह के चरण के दौरान भीड़-भाड़ के कारण कार और अन्य वाहन धीमी गति से चलते देखे गए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े और उन्हें जहां जगह मिली वे वहां खड़े हो गए। यात्रियों को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन लेकर जा रहे एक ऑटो रिक्शा चालक हेमंत ने कहा, ‘‘हम आश्रम से डेढ़ घंटे में निजामुद्दीन इलाके पहुंचे।’’ आमतौर पर इसमें लगभग 25 मिनट लगते हैं।
एक अन्य यात्री अमित ने कहा, ‘‘आप यात्रा निकालना चाहते है तो निकालिए लेकिन लोगों के सामने आने वाली यातायात और अन्य समस्याओं के बारे में सोचें।’’
निजामुद्दीन दरगाह के पास कई यात्री अपना सामान लेकर वाहन तलाशते नजर आए। एक यात्री सुमन ने कहा कि कोई ऑटो इस मार्ग पर आने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें ऑटो रिक्शा चालकों से यह सुनने को मिला कि चूंकि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ चल रही है तो यातायात जाम है इसलिए वे इस मार्ग पर जाना नहीं चाहते और इसलिए हमें कोई वाहन नहीं मिल रहा है।’’
यात्रा परामर्श में कहा गया था कि यात्रा सुबह लगभग साढ़े 10 बजे आश्रम चौक के पास जयदेव आश्रम पहुंचेगी और शाम लगभग साढ़े चार बजे लाल किले पर समाप्त होगी। परामर्श में कहा गया था कि इस रास्ते पर विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में पैदल यात्रियों और वाहनों के यात्रा में शामिल होने की संभावना है।
सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब तक नौ राज्यों से गुजर चुकी है। जनवरी के अंत तक यात्रा का जम्मू कश्मीर में समापन होगा। यात्रा ने तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के 46 जिलों में लगभग 3,000 किलोमीटर की दूरी तय की है।