उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी।
बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना ने पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है।
महाना ने कहा कि सिंह के निधन से पूरा सदन शोकाकुल है। अध्यक्ष ने अपनी और सदन की ओर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
विधानसभाध्यक्ष ने दो बार प्रधानमंत्री रह चुके डॉक्टर मनमोहन सिंह के संपूर्ण जीवन पर प्रकाश डाला। महाना ने बताया कि सिंह छह बार राज्यसभा के सदस्य और 1998 से 2004 तक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।
उन्होंने भारत सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालयों और विभागों में कार्य किया।
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का पिछले वर्ष 26 दिसंबर को निधन हो गया था। वह 92 साल के थे।
कांग्रेस नेता सिंह 2004 से 2014 तक, 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे। उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की।
विधानसभा के दो पूर्व सदस्यों को भी श्रद्धांजलि दी गयी, जिनकी हाल में मृत्यु हो गयी थी।
फतेहपुर जिले के बिंदकी क्षेत्र के पूर्व विधायक अमरजीत सिंह जनसेवक और गोंडा जिले के कर्नलगंज क्षेत्र के पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला के निधन पर अध्यक्ष ने शोक प्रस्ताव रखा। सदन ने दो मिनट मौन रखकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।