कर्नाटक के चुनाव परिणाम के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भाजपा के ‘‘डबल इंजन’’ नारे पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि दक्षिणी राज्य के लोगों ने ‘‘ट्रबल इंजन’’ सरकार को खारिज कर दिया और क्रूर अधिनायकवादी एवं बहुसंख्यकवादी राजनीति पराजित हो गई।
हालांकि, पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने कांग्रेस की जीत के बारे में सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को खारिज करने का फैसला किया।
टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि कर्नाटक का चुनाव परिणाम कल के लिए एक सबक है।
कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए शनिवार को हुई मतगणना में सरकार बनाने के लिए आवश्यक 113 सीट के जादुई आंकड़े को कांग्रेस पार कर गई।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, पार्टी 136 सीट पर आगे है या जीत रही है।
बनर्जी ने ट्वीट किया, “परिवर्तन के पक्ष में कर्नाटक के लोगों को उनके निर्णायक जनादेश के लिए मेरा सलाम। क्रूर अधिनायकवादी और बहुसंख्यकवादी राजनीति परास्त हुई। जब लोग बहुलता और लोकतांत्रिक ताकतों को जिताना चाहते हैं, तो कोई केंद्रीय डिजाइन उन्हें दबा नहीं सकता: यही कहानी की सीख है, कल के लिए एक सबक है।”
उन्होंने पिछले हफ्ते कर्नाटक के मतदाताओं से भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करने की अपील की थी और कहा था कि 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का पतन दक्षिणी राज्य से शुरू होगा।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी मार्च में बनर्जी से मिलने कोलकाता आए थे और उन्होंने टीएमसी प्रमुख से कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार करने का अनुरोध किया था। हालांकि, वह दक्षिणी राज्य नहीं गई थीं।
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि लोगों ने भाजपा की ट्रबल इंजन सरकार को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, “यह उस राज्य (कर्नाटक) के लोगों की जीत है। यह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की हार है।’’
चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने भाजपा का सबसे व्यवहार्य विकल्प चुना है।
टीएमसी सांसद ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को कांग्रेस की जीत का कारण बताने से इनकार किया और कहा कि पार्टी का नया अध्यक्ष होने सहित कई कारक हो सकते हैं।
पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट किया, ‘‘बंगाल ने 2021 में जो सोचा था, कर्नाटक ने आज सोचा है, भारत कल सोचेगा।’’
वर्ष 2021 में भाजपा को हराकर पश्चिम बंगाल में टीएमसी लगातार तीसरी बार सत्ता में आई थी।
बाद में, पत्रकारों से बातचीत में घोष ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक में भले ही जीत गई हो, लेकिन बंगाल में उसकी भूमिका सवालों के घेरे में है क्योंकि वह टीएमसी का विरोध करने के लिए वामपंथियों के साथ गठबंधन करती है और बदले में, भाजपा की मदद करती है।
इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सत्तारूढ़ पार्टी के कई नेताओं पर दर्ज भ्रष्टाचार के मामलों का उल्लेख करते हुए कहा, जीत और हार चुनाव का हिस्सा है। टीएमसी के पास इसके बारे में जश्न मनाने के लिए कुछ भी नहीं है। इसकी जगह उसे अपने नेताओं की चिंता करनी चाहिए जो जेल जाने वाले हैं।