सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में शुरुआती जांच करने वाले एजेंसी के अधिकारी तरुण गौबा और पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों पर निगरानी रखने वाले अखिलेश कुमार सिंह समेत 35 सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को पुलिस पदक प्रदान किये।
केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री सिंह ने पहले ‘अतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग दिवस’ के मौके पर यहां केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में एक समारोह में पदक प्रदान किये।
पूर्व सहायक उप-निरीक्षक जी सत्यनारायण (अब सेवानिवृत्त) को असाधारण सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।
डीआईजी तरुण गौबा और डीआईजी अखिलेश कुमार सिंह को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक प्रदान किये गये। दोनों अधिकारियों को उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है।
पुलिस पदक प्राप्त करने वाले अन्य अधिकारियों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनीष वीरेश सुरती, पुलिस अधीक्षक प्रसन्ना कुमार पाणिग्रही, प्रह्लाद किशोर झा और बिनय कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बरुण कुमार सरकार, रिच्छपाल सिंह, रमारमन त्रिपाठी, देवराज वक्कडा, रवींद्र कुश और अरविंद कुमार उपाध्याय हैं।
पुलिस उपाधीक्षकों मुकेश वर्मा, राजेंद्र सिंह गोसाईं, हरजीत सिंह सचान, संजय कुमार गौतम, विकास कुमार पाठक और आलोक कुमार शाही, निरीक्षकों अमित कुमार और राकेश रंजन तथा उप-निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह को भी सराहनीय सेवा के लिए पदक दिए गए।
प्रतिष्ठित पदक पाने वालों में हेड कांस्टेबल भैया रंजय कुमार सिंह, मनबीर सिंह पटवाल, कुंतल चट्टोपाध्याय, चंदर पाल, लोगनाथन रेंगासामी, केवी जगन्नाथ रेड्डी, हरभान सिंह, महेश माधवराव गजरलवार, कांस्टेबल आर जयशंकर और कौशल्या देवी, अतिरिक्त कानूनी सलाहकार सुब्रमण्यम देवेंद्रनऔर कार्यालय अधीक्षक अरुणा मोहन तथा ओम प्रकाश नैथानी भी हैं।