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Kolkata में मचा है बवाल, इधर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने वाले हैं गवर्नर बोस, बंगाल में क्या बड़ा होने वाला है?

कोलकाता के सरकारी अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना के विरोध में प्रदर्शन का दौर देखने को मिल रहा है। वहीं ममता बनर्जी के नार्थ ईस्ट जलने वाली टिप्पणी को लेकर भी विवाद बढ़ता जा रहा है। इन सब के बीच बंगाल के गवर्नर गृह मंत्री से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस कोलकाता डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले के सिलसिले में आज शाम राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।

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पुलिस में शिकायत दर्ज

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उनकी टिप्पणियों के लिए एक वकील ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वे उत्तेजक थे और अशांति भड़काने के उद्देश्य से थे। सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील विनीत जिंदल द्वारा दायर की गई शिकायत, बनर्जी द्वारा तृणमूल छात्र परिषद के एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए एक बयान पर केंद्रित है, जहां उन्होंने कथित तौर पर कहा था, याद रखें, अगर बंगाल जलता है, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, और दिल्ली भी जलेगी। जिंदल ने तर्क दिया कि बनर्जी का बयान भड़काऊ था, संभावित रूप से क्षेत्रीय घृणा और शत्रुता को उकसाने वाला था और इस तरह राष्ट्रीय सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो गया था। उन्होंने तर्क दिया कि मुख्यमंत्री के रूप में, बनर्जी के शब्दों में महत्वपूर्ण महत्व है, जिससे कथित टिप्पणियां विशेष रूप से खतरनाक हो जाती हैं।

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ममता ने दी सफाई

ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने सरकारी अस्पतालों के कनिष्ठ चिकित्सकों को कोई धमकी नहीं दी है। ये चिकित्सक आर जी कर अस्पताल की एक महिला चिकित्सक से कथित तौर पर दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में 21 दिन से हड़ताल कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि कुछ लोगों ने उन पर प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सकों को धमकी देने का आरोप लगाया है, जो ‘‘पूरी तरह से गलत’’ है और दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है। उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘मैं साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि मैंने (मेडिकल आदि) छात्रों या उनके प्रदर्शन के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। मैं उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करती हूं। उनका आंदोलन जायज है। मैंने उन्हें कभी धमकी नहीं दी। 

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