रामचरितमानस को लेकर विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने सबसे पहले रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भी विवाद बढ़ गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस के कुछ हिस्सों पर बैन लगाने की भी मांग कर दी थी। अब भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से सवाल पूछा है।
इसे भी पढ़ें: Ramcharitmanas पर भड़के स्वामी प्रसाद मौर्य, दोहों पर आपत्ति जताते हुए की बैन लगाने की मांग
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग विक्षिप्त हैं और अखिलेश यादव को बताना चाहिए ये उनकी पार्टी का विचार है या स्वामी प्रसाद का निजी विचार है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कहा कि सपा हमेशा देश विरोधी लोगों के साथ खड़ी रही है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस के बारे में स्वामी प्रसाद मौर्य ने जो कहा वह या तो उनकी राय है या उनकी पार्टी की राय है। समाजवादी पार्टी ने हमेशा समाज में परेशानी पैदा की है और हमारी संस्कृति के प्रतीकों का अपमान किया है।
इसे भी पढ़ें: Bihar Politics: रामचरितमानस विवाद पर नीतीश ने तोड़ी चुप्पी, मंत्री को नसीहत देते हुए कहा- धर्म में हस्तक्षेप ठीक नहीं
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि मुझे रामचरित्रमानस से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन रामचरित्रमानस के कुछ हिस्सों में विशेष जातियों और संप्रदायों को निर्दिष्ट करने वाली अपमानजनक टिप्पणियां और व्यंग्य हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर रामचरितमानस की किन्ही पंक्तियों के कारण समाज के एक वर्ग का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता हो तो यह निश्चित रूप से धर्म नहीं बल्कि अधर्म है। रामचरितमानस में कुछ पंक्तियों में कुछ जातियों जैसे कि तेली और कुम्हार का नाम लिया गया है। मौर्य ने कहा इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग विक्षिप्त हैं और अखिलेश यादव को बताना चाहिए ये उनकी पार्टी का विचार है या स्वामी प्रसाद का निजी विचार है। सपा हमेशा देश विरोधी लोगों के साथ खड़ी रही है: रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मुरादाबाद pic.twitter.com/pM98MZDPsm