लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के जरिये जिलों के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयासों के बीच दिल्ली के प्रगति मैदान में 41वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रदेश के प्रमुख उत्पादों के स्टॉल पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर के बीच आयोजित हो रहे इस मेले में वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी से लेकर गोरखपुर का टेराकोटा, आगरा का मार्बल इनले, लखनऊ की चिकनकारी, कन्नौज का इत्र, कानपुर के चमड़ा उत्पादों को यूपी गैलरी में प्रदर्शित किया जा रहा है, जो यहां आने वाले लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तर प्रदेश की वृहद हिस्सेदारी है। इस मेले में राज्य के एमएसएमई उद्योगों, निर्यातकों, हस्तशिल्पियों एवं ओडीओपी उद्यमियों के उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
यूपीसीडा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण द्वारा भी प्रदेश में कराये जा रहे औद्योगिक अवस्थापना संबंधी कार्यों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि ओडीओपी के तहत उत्तर प्रदेश के जो उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं उनमें वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी, गोरखपुर का टेराकोटा, आगरा का मार्बल इनले, लखनऊ की चिकनकारी, कन्नौज का इत्र, कानपुर के चमड़ा उत्पाद आदि शामिल हैं। इसके साथ ही मैनपुरी की तारकशी, लखनऊ की चिकनकारी, वाराणसी की गुलाबी मीनाकारी एवं आगरा के मार्बल इन-ले की कलाओं का हस्तशिल्पियों द्वारा सजीव प्रदर्शन भी किया जा रहा है। इन उत्पादों को देखने और खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
उन्होंने बताया कि देश ही नहीं दुनियाभर के मेहमानों ने भी इन उत्पादों में अपनी रुचि दिखाई है। इन उत्पादों को व्यक्तिगत तौर पर या वर्चुअल खरीद जा सकता है। इसके लिए सोशल मीडिया पर भी प्रचार किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप मेले की थीम वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल की अवधारणा पर रखी गई है। इसके आधार पर प्रदेश के पारम्परिक उत्पाद के साथ-साथ निर्यातकों के उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है।
मालूम हो कि इस अवसर के जरिये प्रदेश सरकार अपने प्रमुख उत्पादों के वैश्विक स्तर पर विपणन का प्रयास कर रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने भी बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को उत्तर प्रदेश के उत्पाद उपहार स्वरूप दिये थे।