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चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को उत्तराखंड ने केंद्र से मांगे 500 करोड़

उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिये केंद्र से 500 करोड़ रू स्वीकृत करने की मांग की है।
मंगलवार को यहां अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक बैठक में योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम रूप दिया गया।
बैठक के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि यह डीपीआर केंद्र को स्वीकृति के लिए भेजी जा रही है।
प्रदेश में इस साल चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ शुरू हो रही है।

केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुल रहे हैं।
रावत ने बताया कि योजना के तहत चारधाम के अंतर्गत आने वाली पांच चिकित्सा इकाइयों—जोशीमठ, गुप्तकाशी, भटवाडी, पुरोला व बड़कोट के उच्चीकरण के साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डियक यूनिट, ट्रॉमा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्गो पर तैनात चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं अन्य कार्मिकों को प्रोत्साहन भत्ता देने की भी योजना है।

मंत्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष चारधाम यात्रा पर पूरे भारतवर्ष से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं लेकिन इन स्थानों पर सीमित स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते उन्हें समुचित मदद उपलब्ध कराना संभव नहीं हो पाता है।
उन्होंने कहा कि इसके मददेनजर उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित बैठक में चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तारीकरण के लिये पृथक पैकेज की मांग रखी थी।
रावत ने कहा कि इसी के मददेनजर योजना की डीपीआर तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जा रही है, जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिये लगभग 500 करोड़ की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि इसमें चिकित्सा इकाइयों के उच्चीकरण के लिये 150 करोड़, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डियक यूनिट, ट्रॉमा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना के लिये 27 करोड़, विभिन्न स्थानों पर ट्रंजिट हॉस्टल एवं स्वास्थ्य कुटीर की स्थापना के लिये 37 करोड़ तथा मानव संसाधन के वेतन भत्तों एवं प्रोत्साहन राशि के लिए 270 करोड़ रू शामिल हैं।
मंत्री ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर देश के अन्य राज्यों से भी मेडिकल कॉलेज के स्नातकोत्तर छात्रों को यात्रा काल में चारधाम यात्रा में तैनात करने की मांग केंद्र से की जाएगी जिससे देशभर से उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जा सके।

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