ओडिशा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी पूरी तरह आक्रामक रुख अपना चुकी है। बता दें कि 4 जून को चुनाव परिणाम आएंगे। ओडिशा में विधानसभा की कुल 147 सीटे हैं। ऐसे में भाजपा लगातार राज्य में चुनाव प्रचार करने के साथ ही बीजेडी पार्टी पर हमलावर है। राज्य में आखिरी चरण 01 जून को मतदान होना है। इसी क्रम में ओडिशा की चांदबली विधानसभा सीट पर भी मतदान होना है। बता दें कि भाजपा ने इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है।
साल 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर बीजू जनता दल के प्रत्याशी ब्योमकेश रे ने जीत हासिल की थी। ब्योमकेश रे ने भारतीय जनता पार्टी के मनमोहन सामल को 8080 वोटों के मार्जिन शिकस्त दी थी। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी दिगंबर जैन को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। इस दौरान क्षेत्र में कुल 43 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं साल 2024 के चुनाव में बीजेपी ने फिर से मनमोहन सामल पर भरोसा जताया है तो वहीं बीजेडी ने ब्योमकेश रे पर। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सामल इस सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब होंगे या ब्योमकेश अपनी जीत बरकरार रख पाएंगे।
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इस बार भाजपा और बीजेडी के बीच सीट बटवारे को लेकर बात नहीं बनी, जिसके चलने दोनों पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजू जनता दल साल 2000 से राज्य की सत्ता पर काबिज है। तो वहीं भाजपा भी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। राज्य में भाजपा के कई बड़े नेता जनसभा कर रहे हैं। हाल ही में केन्द्रीय गृहमंत्री शाह ने जाजपुर जिले के चांदबली में आयोजित रैली में कहा कि करीब 25 सालों बाद राज्य में ओड़िआ बोलने एवं लिखने वाला मुख्यमंत्री बनेगा।