हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने अपराधियों और मादक पदार्थों के तस्करों द्वारा अपराध से हासिल पैसे से बनाई गई कुल 178 ‘अवैध’ संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया है। वहीं इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय चौटाले की बीच बहस हो गई।
तीन दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान विज ने कहा कि राज्य सरकार अपराधियों और मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कस रही है, जिन्होंने अपराध की आय से अवैध संपत्तियां बनाई हैं।
वह इनेलो के विधायक चौटाला द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल लोगों के घरों को तोड़े जाने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
विज ने कहा कि कुल 178 (अवैध) संपत्तियों को बुलडोजर से गिराया गया है जिनमें से 72 संपत्तियां नशीले पदार्थ की तस्करी में शामिल अपराधियों की हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कार्रवाई के कारण अपराधी राज्य से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी।
मंत्री ने कहा, “या तो गुंडागर्दी छोड़ो या हरियाणा। हम किसी को भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं होने देंगे। हम और कड़े कानून बनाएंगे …
इससे पहले इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री खट्टर और चौटाला के बीच जुबानी जंग भी हुई।
खट्टर ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े लोगों की संपत्तियों को गिराने की राज्य सरकार की कार्रवाई को विनाशकारी करार देना नैतिक रूप से गलत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के शब्दों के इस्तेमाल से पता चलता है कि नशा तस्करों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई से विपक्ष खुश नहीं है। उन्होंने कहा, “हम तस्करों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते रहेंगे।”
खट्टर ने कहा कि अगर जांच के दौरान यह पाया जाता है कि इन अपराधियों ने अपराध के जरिए कमाए पैसे से अचल संपत्ति का निर्माण किया है तो उन्हें ध्वस्त कर दिया जाएगा।
इससे पहले चौटाला ने राज्य सरकार से पूछा था कि अगर परिवार का कोई एक सदस्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाता है तो क्या सरकार पूरे परिवार द्वारा बनाए गए घर को तोड़ देगी?
उन्होंने यह भी पूछा कि अगर परिवार ने अपने उस व्यक्ति से संबंध तोड़ लिए हैं जो अपराधी है तो फिर भी क्या घर को तोड़ा जाएगा?
इनेलो विधायक ने दावा किया कि ऐसी कई शिकायतेंहैं, जिनमें परिवारों ने कहा है कि उन्होंने ऐसे अपराधियों से रिश्ते तोड़ दिए हैं, फिर भी सरकार ने उनके घरों को ध्वस्त कर दिया।