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परभणी महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। जहां शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के संजय जाधव ने जीत दर्ज की थी। इससे पहले भी जाधव शिवसेना के टिकट पर सांसद चुने जा चुके हैं, यह उनका लगातार तीसरा कार्यकाल है। इस संसदीय क्षेत्र में परभनी और झलना जिले का हिस्सा शामिल है। पुराने समय में इस क्षेत्र को प्रभावती नगर के नाम से जाना जाता था। यह क्षेत्र निजाम रियासत का हिस्से में आता था। 1956 में इसे बंबई में शामिल किया गया बाद में यह महाराष्ट्र का हिस्सा बना। इस क्षेत्र की सीमाएं आंध्रप्रदेश से जुड़ती हैं। इस क्षेत्र में निमगिरी जैन मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां की हजरत तुराबुल हक की दरगाह मुस्लिम जायरीनों के लिए प्रमुख धार्मिक स्थल है।
परभणी लोकसभा क्षेत्र जिंतूर, परभणी, गंगाखेड, पाथरी, परतुर और घनसावंगी विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर बनाया गया है। जिसमें से दो सीट पर बीजेपी का कब्जा है। इसके अलावा भी शिवसेना (उद्धव ठाकरे), कांग्रेस और शरद पवार के गुट वाली (एनसीपी) का भी इस क्षेत्र में एक-एक विधायक है। परभणी लोकसभा क्षेत्र की जिंतूर विधानसभा सीट पूरी तरह से परभणी जिले के अंतर्गत ही आती है। यहां से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की मेघना बोर्डिकर विधायक हैं। उनसे पहले इस क्षेत्र में एनसीपी के विजय भांबले भी विधायक रह चुके हैं। विधायक भांबले ने 2014 के चुनाव में दो बार के विधायक राम प्रसाद कम को हराया था।
इस लोकसभा क्षेत्र का परभणी विधानसभा क्षेत्र शिवसेना का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है। जहां पार्टी का 1990 से एकछत्र राज जारी है। वर्तमान में उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना के राहुल पाटिल यहां से लगातार 10 साल से विधायक चुने जा रहे हैं। महाराष्ट्र राज्य के गठन के साथ ही अस्तित्व में आयी गंगाखेड विधानसभा सीट पूरी तरह से परभणी जिले के तहत ही आती है। इस क्षेत्र के मतदाताओं ने पिछले विधानसभा चुनाव में किसी बड़ी पार्टी पर भरोसा ना जताते हुए राष्ट्रीय समाज पक्ष के उम्मीदवार रत्नाकर गुट्टे को विधानसभा पहुंचा था। विधायक गुट्टे ने इस सीट पर एनसीपी के मधुसूदन केंद्रे को हराकर अपना परचम लहराया था।
बीजेपी को छोड़कर सभी दलों को जीत का मौका प्रदान करने वाला पाथरी विधानसभा क्षेत्र परभणी जिले के अंतर्गत ही आता है। यह सीट 1990 से लेकर 2004 तक शिवसेना के कब्जे में रही थी, लेकिन यहां से फिलहाल कांग्रेस के नेता सुरेश वारपुडकर विधायक हैं। परभणी लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाला परतुर विधानसभा क्षेत्र राज्य का एक प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र है। इस क्षेत्र में शिवसेना और एनसीपी अब तक अपना खाता खोलने में असफल ही रही हैं। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के बबनराव लोनीकर इस क्षेत्र की जनता का राज्य की विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लोणीकर इससे पहले भी 1999 से लेकर 2009 तक विधायक रह चुके हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में 100 नंबर से जाने जानी वाली घनसावंगी विधानसभा सीट पर पहली बार 2009 के चुनाव में मतदान हुआ था। इसके बाद से ही एनसीपी का यहां कब्जा है। अजित पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राजेश टोपे फिलहाल इस क्षेत्र के लगातार तीन बार से विधायक हैं।