प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तेलंगाना के दौरे से पहले प्रोटोकॉल के मुद्दों और राज्य के लिए कथित रूप से पर्याप्त कार्य नहीं करने को लेकर केंद्र पर लगे आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध शुक्रवार को भी जारी रहा।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने मोदी के दौरे के विरोध में राज्य में लगाए गए होर्डिंग और रामागुंडम शहर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) द्वारा बंद का आह्वान किए जाने पर आपत्ति जताई।
प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान रामागुंडम में शनिवार को एक उर्वरक संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाएंगे, जबकि केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने उन्हें इस संबंध में पत्र लिखकर आमंत्रित किया था। रेड्डी ने इन खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि यह बहुत खेदजनक है।
इस बीच, सत्तारूढ़ बीआरएस के विधायक बालका सुमन ने कहा कि मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि तेलंगाना में सरकारी कोयला खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज का निजीकरण नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मोदी को यह भी घोषणा करनी चाहिए कि सिंगरेनी कोलियरीज के श्रमिकों को आयकर में छूट दी जाएगी जैसा कि राज्य सरकार ने पहले प्रस्तावित किया था।