हॉकी इंडिया चाहती है कि पैडी उपटन उसकी पुरुष टीम के खिलाड़ियों में उस तरह की मानसिक मजबूती बनाये जो दबाव में नहीं बिखरे। यह उसी तरह का गुण है जिसने 2011 में महेंद्र सिंह की टीम को क्रिकेट में विश्व विजेता बनाया था।
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा कि अगर दक्षिण अफ्रीका का यह मानसिक अनुकूलन कोच भारतीय पुरुष टीम के प्रदर्शन में बदलाव ला सकेगा तो उन्हें 2024 ओलंपिक तक टीम के साथ काम करने के लिए कहा जा सकता है।
उपटन बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में चल रहे राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में शनिवार से तीन सत्रों में मानसिक अनुकूलन सत्र का संचालन करेंगे। हॉकी इंडिया इसके लिए 30 लाख रुपये खर्च करेगा।
हॉकी इंडिया को उम्मीद है कि उपटन के इन सत्रों से टीम को इस साल के अंत में चेन्नई में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों में मदद मिलेगी।
भोला नाथ के अनुसार भारतीय टीम की करीबी मुकाबलों में हारने और अंतिम क्षण में गोल खाने की आदत टीम प्रबंधन को लंबे समय से परेशान कर रही है और वे इसका समाधान करना चाहते थे।
भोला नाथ ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हम किसी भी कीमत पर भारतीय हॉकी का विकास चाहते हैं। हम अंतिम कुछ मिनटों या सेकंडों में गोल खाने के बाद ज्यादातर मैच हार रहे हैं या उन्हें ड्रा करा रहे हैं। यह हमें लंबे समय से परेशान कर रहा है। इसलिए हमने उस क्षेत्र में काम करने के लिए उपटन जैसे कद के किसी व्यक्ति को लाने के बारे में सोच रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उपटन ने 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ सफलता हासिल की है। वह कुछ अन्य बड़ी टीमों के अलावा कई आईपीएल टीमों का भी हिस्सा रहे। उन्हें खेल के मानसिक पक्ष के बारे में व्यापक ज्ञान है।’’
भोला नाथ ने कहा, ‘‘ हम बस यही चाहते हैं कि वह हमारे खिलाड़ियों को मानसिक दृढ़ता विकसित करने में मदद करें, जैसे उन्होंने 2011 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ किया था।’’
भारत ने 2011 में 28 साल बाद जब वनडे क्रिकेट का विश्व कप जीता था तब कोच गैरी कर्स्टन के सहयोगी स्टाफ का उपटन अहम हिस्सा थे।
विभिन्न खेलों को अपनी सेवाएं दे चुके 54 वर्ष के उपटन भारतीय टेस्ट टीम के साथ थे जब वह पहली बार टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची थी। दक्षिण अफ्रीकी टीम जब तीनों प्रारूपों में नंबर एक रैंकिंग पर थी तब भी उपटन उस टीम का हिस्सा थे। वह दक्षिण अफ्रीका पुरुष हॉकी टीम, इंडियन सुपर लीग की एफसी गोवा और एफसी हैदराबाद टीम, इंग्लैंड पुरुष रग्बी टीम और कई अन्य टीमों के साथ काम कर चुके हैं।
उन्होंने इसके अलावा आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब कैपिटल्स) और राजस्थान रॉयल्स जैसी फ्रेंचाइजी के साथ काम किया है।
हॉकी इंडिया ने कहा कि उपटन अगले साल के ओलंपिक खेलों तक टीम के साथ काम कर सकते हैं, बशर्ते टीम 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक होने वाले एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन करे।
हॉकी इंडिया के अनुबंध के साथ उपटन साइ केंद्र में पुरुष और महिला दोनों टीमों के साथ काम करेंगे।
भोला नाथ ने कहा, ‘‘ एशियाई खेलों में उपटन हमारे हॉकी दल का हिस्सा हो सकते हैं। हम पेरिस ओलंपिक तक उनके साथ बने रहने के लिए उत्सुक हैं।’’
उन्होंने कहा कि उपटन के करार को बढ़ाने का फैसला एशियाई खेलों के बाद होगा।