Breaking News

West Bengal: ममता बनर्जी को उनके ही गढ़ में घेरने की तैयारी में BJP, अमित शाह-नड्डा ने बनाई नई रणनीति

मंगलवार को भाजपा के पश्चिम बंगाल डिवीजन ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए 15 सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति की स्थापना की। प्रमुख सदस्यों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा सहित राज्य के कई अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। समिति ने आगामी चुनावों पर चर्चा के लिए मंगलवार को कोलकाता में एक बैठक की। अमित शाह और जेपी नड्डा मंगलवार को कोलकाता पहुंचे जहां हवाई अड्डे पर पार्टी सदस्यों ने उनका स्वागत किया।
 

इसे भी पढ़ें: Prajatantra: राहुल के बाद प्रियंका भी करेंगी दक्षिण का रुख, अमेठी-रायबरेली को लेकर आस्वस्त नहीं!

समिति के मुख्य सदस्य हैं: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, राज्य पार्टी प्रमुख सुकांत मजूमदार, सांसद दिलीप घोष, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा, अमिताभ चक्रवर्ती, सतीश ढांड, मंगल पांडे और आशा लोकरा। समिति में पांच महासचिव भी हैं, जिनमें सांसद लॉकेट चटर्जी, आसनसोल दक्षिण से विधायक अग्निमित्रा पॉल, जगन्नाथ चटर्जी, जतिर्मय सिंह महत और दीपक बर्मन शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा क्षेत्र हैं। 2019 में, तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीटें जीतीं, लेकिन भाजपा से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, जिसने 18 सीटें जीतीं। बाकी दो सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। आगामी चुनावों के लिए, अमित शाह ने 42 में से 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और नए साल से पहले पार्टी सदस्यों के साथ रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। भाजपा पश्चिम बंगाल में अपनी पूरी ताकत लगा रही है। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में भी पश्चिम बंगाल में अपनी पूरी ताकत लगाई थी। 
 

इसे भी पढ़ें: Ram Mandir Inauguration: CPIM ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से बनाई दूरी, वृंदा करात बोलीं- धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं

विधानसभा चुनाव में पार्टी 200 प्लस का लक्ष्य लेकर चली थी। हालांकि वह 77 सीटें ही जीत सकी। हालांकि, पार्टी का प्रदर्शन जबरदस्त रहा और उसने लगभग 38 फ़ीसदी वोट को प्राप्त किया था। 2024 चुनाव में भाजपा के लिए पश्चिम बंगाल जरूरी है। 18 तो वह जीतना चाहती ही हैं, साथ ही 35 प्लस के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है। कुल मिलाकर देखें तप पश्चिम बंगाल को लेकर भाजपा लगातार नए प्लान बना रही है और उसे जमीन पर रणनीति के तहत उतारने की कोशिश में है। ऐसे में ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की भी मुश्किल पढ़ने वाली है।

Loading

Back
Messenger