पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल जारी है। राज्य में कई जगह हिंसक झड़पें भी देखने को मिली हैं। हिंसा को लेकर विपक्षी दल जबरदस्त तरीके राज्य की ममता बनर्जी की सरकार पर हमलावर है। आज ममता ने साफ तौर पर कहा कि कुछ विपक्षी दल पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं आज ही दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव देखा गया। इलाके में बम फेंके गए, जिसके बाद पुलिस ने अनियंत्रित स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
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नामांकन के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस्लामपुर और अन्य जगह जो समस्या हुई उसमें हमारी पार्टी की कोई भागीदारी नहीं है। जिन लोगों ने किया है उन्हें हमने टिकट नहीं दिया, उन्होंने हमसे टिकट मांगा लेकिन उनका रिकॉर्ड देखते हुए हमने उन्हें टिकट नहीं दिया। हमने साख देखकर टिकट दिया है, मैंने पुलिस को भी उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेने को कहा है। ममता ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव नामांकन के दौरान हुई हिंसा में माकपा, आईएसएफ संलिप्तगौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का आज आखिरी दिन है।
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पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में बृहस्पतिवार को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे तीन व्यक्तियों को कथित तौर पर गोली मार दी गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि तीनों व्यक्ति वाम मोर्चा और कांग्रेस के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि तीनों को उस वक्त गोली मारी गई जब वे अपना नामांकन दाखिल करने के लिए चोपड़ा ब्लॉक कार्यालय जा रहे थे।