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नायर और कविता की मुलाकात का जिक्र, वॉट्सऐप चैट का हवाला, जेट स्पीड से जारी किया लाइसेंस, सिसोदिया पर सुनवाई में ED ने क्या-क्या कहा?

दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की 7 दिन की हिरासत में भेज दिया, जो अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में है। सिसोदिय को 26 फरवरी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था और 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान गिरफ्तार आप नेता ने अपने अधिवक्ता दयान कृष्णन के माध्यम से कहा कि मेरे पास से पैसा का कोई कनेक्शन नहीं पता चला है। इस बीच, केंद्रीय एजेंसी की ओर से पेश वकील जोहेद हसन ने कहा, ‘हम उनका सामना अन्य लोगों से कराना चाहते हैं, जिन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। कुछ अन्य अधिकारियों को तलब किया गया है। इसलिए हम 10 दिन की मांग कर रहे हैं। 

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नायर और कविता की मुलाकात का जिक्र
ईडी की तरफ से घोटालों के आरोपियों के बारे में भी बताया गया।  ईडी ने कोर्ट में विजय नायर का नाम लिया। ईडी ने कहा कि साजिश को विजय नायर अंजाम दे रहा था। उसने तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी और बीआरएस नेता के कविता को पैसे के लिए कहा था। ईडी ने कोर्ट को बताया कि बुच्ची बाबू के बयान से खुलासा हुआ कि के कविता की विजय नायर से कैसे मुलाकात हुई। के कविता ने दिल्ली में गौरी अपार्टमेंट और हैदराबाद में कोहिनूर में मुलाकात की। इसके साथ ही हैदराबाद से दिल्ली में कैसे पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। इस बात की भी पुख्ता जानकारी है। 
सिसोदिया और कविता के बीच क्या कनेक्शन?
मनीष सिसोदिया को लेकर ईडी के वकील ने बुच्ची बाबू के बयान को पढ़कर सुनाया। उन्होंने खुलासा किया कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और के कविता के बीच पॉलिटिकल अंडरस्टैंडिंग थी। उन्होंने विजय नायर से भी मुलाकात की। ईडी के वकील जोहेब हुसैन ने एक विशेष अदालत के समक्ष यह भी दावा किया कि सिसोदिया ने अपने फोन को नष्ट कर दिया, जो जांच में एक महत्वपूर्ण सबूत है। ईडी के दावों पर सिसोदिया की ओर से पेश वकीलों ने अपनी दलीलें रखीं। वरिष्ठ अधिवक्ताओं दयान कृष्णन, मोहित माथुर और सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि आबकारी नीति उपराज्यपाल द्वारा मंजूर की गई थी जिन्होंने इसकी जांच की होगी। 

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घटनाओं की टाइमलाइन
ईडी का मामला पिछले साल अगस्त में दर्ज सीबीआई की एक प्राथमिकी पर दर्ज किया गया था। जनवरी में, ईडी ने एक पूरक चार्जशीट दायर की और दावा किया कि आप के शीर्ष नेताओं द्वारा खुद को अवैध धन उत्पन्न करने और चैनल करने के लिए आबकारी नीति बनाई गई थी। इसने आरोप लगाया कि “साजिश निजी संस्थाओं को थोक व्यापार देने और 12% मार्जिन (उसी से 6% रिश्वत प्राप्त करने के लिए) तय करने की थी। सीबीआई अधिकारियों द्वारा आठ घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद, सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद, उन्होंने दिल्ली सरकार से इस्तीफा दे दिया और आप ने अपनी पार्टी सहयोगी आतिशी को अपना विभाग सौंप दिया। आप ने सीबीआई पर सिसोदिया को “निराधार” आरोपों को स्वीकार करने के लिए “मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और परेशान करने” का आरोप लगाया। अपनी जमानत की सुनवाई के लिए अदालत में पेश होने से एक दिन पहले, सिसोदिया से ईडी के अधिकारियों ने तिहाड़ जेल में पूछताछ की, और बाद में एजेंसी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। 
जनता सब देख रही है
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘मनीष को सबसे पहले सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई को नहीं मिले सबूत, छापे में नहीं मिले पैसे कल जमानत पर सुनवाई है। मनीष को कल रिहा कर दिया गया होता। लिहाजा आज ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनका एक ही मकसद है- हर रोज नए फर्जी केस बनाकर मनीष को हर कीमत पर अंदर रखना। जनता देख रही है।

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