राज्य में लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां मजबूत मोर्चाबंदी कर रही हैं। एक तरफ जहां एमएनएस और बीजेपी के बीच गठबंधन की बात चल रही है। इस बीच मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र से राजनीतिक चर्चा छिड़ गई है। एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे लोकसभा चुनाव के लिए समीक्षा बैठक कर रहे हैं। यह परीक्षण किया जा रहा है कि किन-किन जगहों पर मनसे के उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं।
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इसी तरह राज ठाकरे ने शिपिंग इंडस्ट्री को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। राज ठाकरे ने आरोप लगाया है कि शिपिंग उद्योग में श्रमिक संघ द्वारा 2 लाख नाविकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। पत्र में कहा गया है कि इस संबंधित मामले में वित्तीय घोटाला बहुत बड़ा है और केंद्र सरकार को इस संबंध में तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
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नुसी (नेशनल यूनियन ऑफ सीफर्स ऑफ इंडिया) और मुई (मैरीटाइम यूनियन ऑफ इंडिया) पर श्रमिकों का आर्थिक शोषण करने का आरोप है। अपने पत्र में उन्होंने यह भी संदेह जताया है कि ये दोनों संगठन आतंकवादियों को पैसा मुहैया करा रहे हैं और राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले की जांच की मांग की है।