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वर्कप्लेस या दफ्तर में महिलाओं के साथ होने वाली यौन शोषण की घटनाओं को रोकने के लिए कई कठोर कानून मौजूद हैं। आज हम इसी के बारे में समझेंगे। हमारे साथ जानी-मानी कानून विशेषज्ञ आकांक्षा सिंह मौजूद हैं। आकांक्षा सिंह से हम समझेंगे कि वर्कप्लेस पर किस तरह का व्यवहार हैरेसमेंट के दायरे में आ सकता है? साथ ही साथ यह भी जानेंगे कि वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न को लेकर कानून क्या कहता है? धारा कौन सा लगता है? उनसे हम यह भी पूछेंगे कि कितने दिनों तक वर्कप्लेस सेक्सुअल हैरेसमेंट को लेकर शिकायत की जा सकती है? क्या कई साल बाद भी इसकी शिकायत हो सकती है?
वर्कप्लेस पर किस तरह का व्यवहार हैरेसमेंट के दायरे में आ सकता है?
सबसे पहले तो आपको हर जगह प्रोफेशनल होना चाहिए। वर्कप्लेस पर बोला गया या इशारा किया गया, कोई भी चीज अगर सामने वाले महिला को बुरी लगती है तो वह हैरेसमेंट के दायरे में आ सकता है। इसके अलावा अगर आप किसी को उसकी मर्जी के खिलाफ छूते हैं तो वह भी इसके दायरे में आ सकता है। कभी-कभी मजाक में बोला गया हैरेसमेंट के दायरे में आ जाता है। इसलिए सेक्सुअल हैरेसमेंट का दायरा बहुत बड़ा है और समय तथा परिस्थितियों पर ज्यादा निर्भर करता है।
वर्कप्लेस पर सेक्सुअल हैरेसमेंट को लेकर कानून क्या कहता है? धारा कौन सा लगता है?
इसको लेकर एक धारा बनी है प्रोटेक्ट विमेन फ्रॉम सेक्सुअल हरासमेंट इन वर्कप्लेस। इसको रोकने के लिए हर दफ्तर में एक इंटरनल कमेटी बनती है। यह महिलाओं को लेकर होने वाली दुर्व्यवहार पर एक्शन लेती है। इसको PoSH भी कहते हैं। इसके साथ ही एक 354ए है। यह महिलाओं के खिलाफ होने वाले दुर्व्यवहार को लेकर डील करता है।
शुरूआती शिकायत कहां कराना सही रहेगा, मैनेजमेंट या फिर थाने में?
इस पर परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जा सकता है। बहुत ही ज्यादा सीरियस मैटर नहीं है तो आप ऑफिस कमेटी तक ही रह सकते हैं। अगर मामला बहुत ज्यादा सीरियस है तो आप थाने का या फिर कोर्ट का रुख कर सकते हैं। या फिर अगर आपको लगता है कि इसको लेकर ऑफिस की कमेटी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है तब भी आप थाने और कोर्ट का रुक कर सकते हैं।
वर्कप्लेस पर कोई कार्यवाई नहीं होती है तो क्या किया जा सकता है?
आप सेक्सुअल हैरेसमेंट को लेकर अपनी शिकायत 90 दिनों के भीतर फाइल कर सकते हैं। आपकी शिकायत पर जो निर्णय आया है उससे आप खुश नहीं है तो आप इसके खिलाफ अपील कर सकते हैं।
इसकी जांच कौन करता है? जांच में शिकायत कर्ता दोषी पाया जाता है तो आरोपी बनाए गए शख्स के पास क्या विकल्प हो सकते हैं?
इंटनल कमेटी ही इसकी जांच करती है। वहीं, इसको लेकर फाइन भी करते हैं। जो पीड़ीता के पास राइट होता है वहीं, राइट आरोपी बनाए गए शख्स के पास भी होता है।
जमानत के लिए क्या किया जा सकता है, इसके प्रावधान क्या है?
354ए में जमानत मिल सकती है। मामला ज्यादा सीरियस है तो आप ऊपरी अदालत का रुख कर सकते हैं। PoSH के तहत ऑफिस के अंदर फाइन लगाया जा सकता है। नौकरी भी जा सकती है लेकिन यह मैटर पर निर्भर करता है।
यह किस किस पर लागू हो सकता है?
यह ऑफिस में काम करने वाले सभी तरह के लोगों पर लागू होता है। इसमें शिकायत सिर्फ लड़की करा सकती है।