रायसीना डायलॉग का नौवां संस्करण आज से 23 फरवरी तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस बार 115 देशों के 2500 प्रतिनिधि इस डायलॉग में हिस्सा ले रहे हैं। रायसीना डायलॉग भारत का प्रथम डिफेंस डायलॉग है जो हर साल दिल्ली में आयोजित किया जाता है। यहां फौरन पॉलिसी खासकर ग्लोबल पॉलिटिक्स और ग्लोबल इकोनॉमी के मुद्दे केंद्र में होते हैं।
इसे भी पढ़ें: भारत-ग्रीस संबंधों को मजबूत करने पर सहमत, मोदी ने ग्रीक समकक्ष मित्सोटाकिस से की मुलाकात
रायसीना डायलॉग क्या है?
इसका नाम रायसीना हिल्स के नाम पर पड़ा है। जहां देश के प्रशासनिक ताकतों के कई अहम विभाग मौजूद है। दुनिया के अलग-अलग देशों के लोगों का एक ऐसा मंच जहां वैश्विक हालात और चुनौतियों पर सार्थक चर्चा के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई। इसमें 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं। विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से रायसीना डायलॉक का हर आयोजन होता है। इसकी शुरुआत 2016 में की गई थी। विदेश मंत्रालय का मुख्यालय रायसीना पहाड़ी नई दिल्ली में स्थित है। इसी के नाम पर इसे रासीना डायलॉग के नाम से जाना जाता है।
इसे भी पढ़ें: Prajatantra: कितने दूर कितने पास! मोदी के साथ खड़े रहना पटनायक और जगन के लिए क्यों जरूरी?
इस वर्ष के संस्करण का थीम क्या है?
विदेश मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 2024 संस्करण का विषय “चतुरंगा: संघर्ष, प्रतियोगिता, सहयोग, निर्माण” है। तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान, प्रतिभागी छह विषयगत स्तंभों पर एक-दूसरे से जुड़ेंगे। इनमें i) टेक फ्रंटियर्स: विनियम और वास्तविकताएँ; (ii) ग्रह के साथ शांति: निवेश और नवप्रवर्तन; (iii) युद्ध और शांति: शस्त्रागार और विषमताएं; (iv) उपनिवेशवाद से मुक्ति बहुपक्षवाद: संस्थाएं और समावेशन; (v) 2030 के बाद का एजेंडा: लोग और प्रगति; और (vi) लोकतंत्र की रक्षा: समाज और संप्रभुता शामिल हैं।
रायसीना डायलॉग के 2024 संस्करण में कौन भाग लेगा?
लगभग 115 देशों के 2,500 से अधिक प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से सम्मेलन में शामिल होंगे। इस संवाद को विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों पर दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा देखे जाने की उम्मीद है।