हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर होगी। इसके अलावा इस साल महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव के चुनाव होने हैं। अनुमान के मुताबिक नवंबर और दिसंबर में यह चुनाव हो सकते हैं। वहीं, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव एक साथ होने के संकेत मिल रहे हैं। इन सबके बीच खबर यह है कि चुनाव आयोग अगले सप्ताह दोनों राज्यों का दौरा कर उनकी चुनावी तैयारियों का जायजा लेगा। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है।
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सूत्रों ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग 23-24 सितंबर को झारखंड में और 27-28 सितंबर को महाराष्ट्र में रहेगा। पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा में एक साथ चुनाव हुए थे। हालाँकि, इस बार चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों में चुनावों को अलग-अलग करने का फैसला किया। पिछली बार झारखंड में विधानसभा चुनाव अलग से हुए थे। हालांकि, इस बार सूत्रों ने संकेत दिया है कि इनका ऐलान महाराष्ट्र के साथ किया जा सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि झारखंड का कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त हो रहा है।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव पहले से ही चल रहे हैं जबकि हरियाणा में 5 अक्टूबर को चुनाव होने हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने वाले हैं। इससे पहले भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। हालाँकि, चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं की। इसके लिए चुनाव आयोग ने मौसम और जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए सुरक्षा आवश्यकताओं सहित कई कारणों का हवाला दिया।
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एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीई) राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा आवश्यकताओं के कारण महाराष्ट्र चुनावों की घोषणा बाद में की जाएगी। कुमार ने आगे बताया कि महाराष्ट्र में चल रहे मानसून के मौसम के कारण मतदाता सूची को अपडेट करने में देरी हुई है, जो चुनावी प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य में वर्तमान में पितृ पक्ष, दिवाली और गणेश चतुर्थी सहित महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम भी चल रहे हैं, जिसके कारण चुनाव स्थगित करना आवश्यक हो गया है।