दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। उन्होंने मणिपुर मामले को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने चीन को लेकर भी मौजूदा सरकार के रवैए पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर पर कहा कि मणिपुर पर प्रधानमंत्री खामोश क्यों है? इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी पीएम चुप है। इस इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि आखिर प्रधानमंत्री की खामोशी की वजह क्या है? उन्होंने कहा कि चीन ने जमीन हड़पी, फिर भी पीएम चुप रहे। उन्होंने कहा कि बीजेपी पानी पी-पी पीकर नेहरू को गाली देती है। नेहरू ने आंख में आंख डालकर चीन से युद्ध किय। डिप्लोमेसी करने के लिए आंखे दिखानी होती है।
इसे भी पढ़ें: Prajatantra: INDIA गठबंधन में छिड़ा संग्राम, असमंजस में CM Nitish, दिल्ली दौरे का एजेंडा क्या
केजरीवाल ने दावा किया कि बीजेपी विधायक साफ कह रहे हैं कि उनका मणिपुर से कोई रिश्ता नहीं है। यह पीएम मोदी का संदेश है कि उनका मणिपुर से कोई संबंध नहीं है। मणिपुर मुद्दे पर पीएम चुप हैं। 6,500 एफआईआर दर्ज की गईं, 150 से ज्यादा लोग मारे गए लेकिन पीएम चुप रहे। उन्होंने कहा कि आज मणिपुर जल रहा है, वहां दो समुदाय एक दूसरे से लड़ रहे हैं, महिलाओं के साथ ग़लत व्यवहार हो रहा है। अगर देश के लोग ऐसे ही आपस में लड़ते रहे तो भारत विश्वगुरु कैसे बनेगा?भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के हालिया विरोध के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि चैंपियन पहलवानों ने सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहे।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘जब पहलवानों ने ओलंपिक में पदक जीते तो प्रधानमंत्री मोदी उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने वाले पहले व्यक्ति थे। उन्होंने उनसे कहा था ‘तुम मेरी बेटी हो।’ लेकिन जब वे विरोध कर रहे थे, तो वह चुप रहे। कम से कम वह कह सकते थे ‘‘मैं यहां हूं। मैं इसकी जांच कराऊंगा और लोगों को सजा दिलाऊंगा।’’ केजरीवाल ने कहा कि महिला पहलवानों को प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मणिपुर के मामले में, वह कम से कम शांति के लिए अपील जारी कर सकते थे।