पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दावा किया है कि तटवर्ती राज्य महादयी नदी के जल के लिए जारी विवाद में जीत हासिल करेगा, क्योंकि उनकी सरकार इसके लिए कानूनी, तकनीकी और राजनीतिक मोर्चों पर प्रयास कर रही है और कोई कसर नहीं छोड़ रही।
कर्नाटक द्वारा महादयी नदी की सहायक नदियों -कलसा और बंदूरी – पर बांधों के निर्माण के माध्यम से नदी के पानी को मोड़ने को लेकर गोवा और कर्नाटक के बीच लंबे समय से विवाद है।
गोवा सरकार ने तर्क दिया है कि कर्नाटक महादयी नदी के पानी को मोड़ नहीं सकता, क्योंकि यह महादयी वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरता है, जो उत्तरी गोवा में नीचे की ओर स्थित है।
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केंद्र ने कर्नाटक द्वारा दो बांधों के निर्माण के लिए प्रस्तुत एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को हाल में मंजूरी दी है।
सावंत ने मंगलवार को कहा, ‘‘कोई कुछ भी कहे, हम अपने फैसले पर अडिग हैं। महादयी के लिए हमें जो कुछ करना है, हम कानूनी, तकनीकी और राजनीतिक रूप से वह कर रहे हैं। हम हर जरूरी कदम उठाएंगे और हमें विश्वास है कि हम लड़ाई जीतेंगे।’’
उन्होंने महादयी नदी के पानी को मोड़ने के खिलाफ गोवा विधानसभा द्वारा पारित एक प्रस्ताव को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के एक कथित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात की।