“मैं और मनोहर लाल पुराने साथी हैं। मनोहर लाल के पास एक मोटरसाइकिल रहती थी। वो उसे चलाते थे। मैं पीछे बैठता था। रोहतक से निकलता था। गुरुग्राम में पहुंचता था। उस समय पूरा सफर मोटरसाइकिल पर गुजरता था। आज मुझे खुशी हो रही है कि हम भी साथ है और आपका भविष्य भी साथ है। गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए मार्च 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान पीएम मोदी ने खट्टर को लेकर पुराना किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे को लेकर हरियाणा सरकार और विशेष कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तत्परता रही है। उस वक्त नायब सिंह सैनी नहीं बल्कि मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
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बीजेपी का नया अध्यक्ष कौन
भाजपा अपनी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया के अंतिम चरण में है, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष पर पांच साल के कार्यकाल के अंत के करीब हैं। बीजेपी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा बीते चार सालों से अधिक समय से पार्टी के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। पिछले साल ही उनका कार्यकाल खत्म हो चुका था। लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था। अब हाल फिलहाल में किसी राज्य में विधानसभा चुनाव भी नहीं होने हैं। ऐसे में पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा इस पर मंथन जारी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत मार्च के पहले हफ्ते तक शुरू हो जाएगी। होली (14 मार्च) से पहले पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। अब अध्यक्ष पद को लेकर कई नाम भी सामने आ रहे हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी के पुराने साथी और संघ के प्रचारक रहे मनोहर लाल खट्टर का नाम सबसे ऊपर है।
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संघ के पूर्व प्रचारक खट्टर
मनोहर लाल खट्टर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व प्रचारक, खट्टर ने क्रमशः 2014 और 2019 में हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। खट्टर का जन्म 5 मई 1954 को रोहतक जिले में हुआ था और वह हरबंस लाल खट्टर के पुत्र हैं। उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई रोहतक के पंडित नेकी राम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज से पूरी की। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई के दौरान उन्होंने दिल्ली में सदर बाजार के पास एक दुकान खोली। खट्टर अविवाहित हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1977 में 24 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़कर की थी। 1979 में विभिन्न संतों और आरएसएस कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद, उन्होंने जीवन भर संघ के साथ रहने का फैसला किया और 1980 में इसके प्रचारक बन गए। 14 साल तक आरएसएस के लिए काम करने के बाद वह 1994 में भाजपा में शामिल हो गए और हरियाणा सरकार में मंत्री बने। खट्टर को पहली सफलता तब मिली जब उन्होंने 2002 में गुजरात में अपना पहला चुनाव जीता और पार्टी ने 6 में से 3 सीटें जीतीं। खट्टर को 2014 के आम चुनावों के लिए पार्टी के हरियाणा अभियान के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था और उन्होंने उसी वर्ष करनाल निर्वाचन क्षेत्र भी जीता था। वह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में भी काम कर चुके हैं।